साल 1987। शेखर कपूर की डायरेक्टेड और बोनी कपूर की प्रोड्यूस्ड एक फिल्म आई थी। नाम था- मिस्टर इंडिया। इस मूवी में अनिल कपूर और श्रीदेवी लीड रोल में थे। सतीश कौशिक दोस्त कैलेंडर तो अमरीश पुरी विलेन मोगैम्बो की भूमिका निभा रहे थे। आज भी लोग इस मूवी की तारीफ करते नहीं थकते। कहानी वाकई कमाल की थी। साथ ही वो घड़ी और भी शानदार। जिससे अनिल कपूर गायब हो जाते थे। मगर क्या आप जानते हैं, इस फिल्म ने रिकॉर्डतोड़ कमाई की थी। साथ ही इसने टेक्नोलॉजी के मामले में एक नया ट्रेंड भी सेट किया था। आज 'वाओ वेडनेसडे' में हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं।
दरअसल, ‘मिस्टर इंडिया’ आज भी बच्चों के बीच पॉपुलर मूवी है। इसकी घड़ी हर कोई पहनना चाहता है। जिसे पहनने के बाद अरुण वर्मा उर्फ अनिल कपूर छू-मंतर हो जाया करते थे। ये दिखने में पर्दे पर जितना आसान और मजेदार लग रहा था। उसे क्रिएट करने में मेकर्स के हाथ-पांव फूल गए थे। इसका खुलासा खुद शेखर कपूर ने किया था। जिसे सुनने के बाद हर कोई हैरान रह गया था।
इस सीन को फिल्माने में छूटे पसीने
‘मिस्टर इंडिया’ मूवी उस जमाने में आई थी, जब फिल्मों में टेक्नोलॉजी का विकास ही नहीं हुआ था। इस मूवी ने उस कमी के बावजूद दर्शकों के सामने हीरा समान फिल्म परोस दी थी। शेखर कपूर ने बताया था कि जब अनिल कपूर को फिल्म में घड़ी मिली थी और वो कभी गायब हो रहे थे और कभी दिखाई देते थे। उस सीन को शूट करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी थी। तब उनके पास ग्रीन स्क्रीन टेक्नोलॉजी नहीं थी, जो कि अब बहुत आम हो गई है।
ऐसे हुआ था 'मिस्टर इंडिया' का ये सीन
शेखर कपूर ने बताया था कि इसे कैमरे के लेंस के एक हिस्से को मास्क (कपड़ा लगाकर) करके, फिर फिल्म नेगेटिव (कैमरे की रील) को वापस से रोल किया गया। और उसमें फिर से लेंस के एक अलग हिस्से को मास्क करके शूट किया गया था। और ऐसा पांच बार किया गया था, तब जाकर वो सीन परफेक्टली शूट हो पाया था।
'मिस्टर इंडिया' ने की तीगुना कमाई
शेखर कपूर की इस फिल्म ने बनने में 3 करोड़ रुपये खर्च करवाए। पर्दे पर जब ये आई, तो इसने धमाल मचा दिया। साल 1987 में 'मिस्टर इंडिया' दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। क्योंकि इसने 7 करोड़ का मुनाफा कमाया था। बॉक्स ऑफिस पर अनिल और श्रीदेवी की जोड़ी ने 10 करोड़ की कमाई कर डाली थी। ऐसे में ये उस दौर का बड़ा रिकॉर्ड दर्ज हुआ था।