'शक्तिमान' की पहली गीता बिस्वास यानी किटू गिडवानी 55 साल की हो चुकी हैं। टीवी की दुनिया में 'जुनून', 'स्वाभिमान' और 'शक्तिमान' जैसे सीरियल्स से दर्शकों के दिलों में जगह बनने वाली किटू अब ओटीटी की दुनिया में धमक मचाने आ रही हैं। वह जल्द ही 'पॉटलक' वेब सीरीज के दूसरे सीजन में नजर आएंगी। लेकिन इस बीच किटू ने ओटीटी वालों को तगड़ी नसीहत दी है। किटू कहती हैं कि 1980 और 90 का दशक टीवी की दुनिया का गोल्डन ऐज था। लेकिन धीरे-धीरे इसका असर कम होने लगा है। किटू का मानना है कि ऐसा इसलिए हुआ है कि टीवी सीरियल्स के निर्माता एक-जैसी कहानियां दिखाने लगे। किटू ने ओटीटी स्टीमर्स को नसीहत दी है कि वह भी टीवी जैसी गलती न दोहराएं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में 80 और 90 के दशक के शोज को याद करते हुए Kitu Gidwani कहती हैं, 'यकीनन उस वक्त को यादकर आप नॉस्टेल्जिया में खो जाते हैं। यह क्रिएटिविटी का दौर था। यह वह दौर नहीं था, जब आप किसी चैनल आगे झुकते थे। निर्माताओं को उनकी रचनात्मकता के लिए आजादी दी गई थी। हर तरह के धारावाहिक बन रहे थे। फिर चाहे वह दूरदर्शन हो, डीडी मेट्रो या प्राइवेट सेटेलाइट चैनल्स।'
टीवी के पुराने दौर को यादकर नॉस्टैल्जिक हुईं किटू गिडवानी
किटू आगे कहती हैं, 'आप उस दौर के शोज याद कीजिए, 'बनेगी अपनी बात', 'ये जो है जिंदगी', में बेहतरीन और अच्छी कॉमेडी थी। गोविंद निहलानी की 'तमस' मजेदार थ्रिलर थी। यह अद्भुत था। हमें आज खुद को अपनी रचनात्मकता और बुद्धिमत्ता से उस स्तर को हासिल करना है।'ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को किटू गिडवानी की नसीहत
किटू गिडवानी की वेब सीरीज 'पॉटलक सीजन-2' इसी महीने 24 फरवरी से 'सोनी लिव' पर स्ट्रीम होगी। किटू कहती हैं, 'डिजिटल प्लेटफार्म्स का मकसद और पूरा फोकस अलग-अलग तरह के कॉन्टेंट देने पर होना चाहिए। वरना, आप चाहें तो 2000 और 2010 के दशक में वापस जा सकते हैं, जहां 'सास-बहू' वाले धारावाहिक चलते थे। मैं सभी निर्माताओं और ओटीटी प्लेटफार्म्स से यह अपील कहना चाहती हूं कि वह टीवी वाली गलती न करें। एक जैसे कॉन्टेंट न बनाएं, टेलीविजन की तरह झुंड वाले नियम का पालन न करें।'किटू गिडवानी 'पॉटलक' सीजन-2 में शास्त्री परिवार की प्रमिला के रोल में नजर आने वाली हैं। अपने किरदार के बारे में बताते हुए वह कहती हैं, 'इस नए सीजन में प्रमिला 'श्रीमती मीडोज' प्रतियोगिता में भाग लेना चाहती है। यह एक ऐसा निर्णय है, जिसके बारे में परिवार का मानना है कि यह उनका मिडलाइफ क्राइसिस है। प्रमिला सबकुछ खुद करना चाहती है, लेकिन परिवार के पास सुझाव की भरमार है। वे उसे अकेला नहीं छोड़ने वाले हैं। वह चिढ़ जाती है। उसकी आजादी छिन रही है। लेकिन अंत में उसे पता चलता है कि परिवार ही सबकुछ है।'
क्या किटू गिडवानी ने झेला है मिडलाइफ क्राइसिस?
किटू गिडवानी अपने किरदार की तरह अपनी बढ़ती उम्र और बीती जिंदगी को भी याद करती हैं। वह कहती हैं, 'मैं एक सामान्य भारतीय महिला नहीं हूं, जो शादी कर लेती है, उसके बच्चे हैं और फिर अचानक उसे पता चलता है कि जिंदगी का सारा वक्त इसी में निकल गया है। मैं हमेशा से इस बात को लेकर बहुत सचेत रही हूं। इसलिए, मुझे कभी प्रमिला के किरदार की तरह मिडलाइफ क्राइसिस नहीं होता। भगवान की कृपा से, मैंने अपने 20 के दशक से हमेशा अपने दिल की सुनी है।'
22 साल बाद टीवी पर वापसी करेंगी किटू गिडवानी
किटू गिडवानी 22 साल बाद टीवी की दुनिया में भी वापसी करने वाली हैं, वह सोनी टीवी के शो 'हम' में नजर आएंगी। यह तुर्की के एक शो का रीमेक है। इसमें वह 'रानी-सा' का रोल निभाएंगी, जो एक ताकतवर महिला का किरदार है। एक्ट्रेस इस बारे में बात करते हुए कहती हैं, 'यह भारतीय दर्शकों के लिए एक बड़ी टीवी सीरीज है, इसलिए आपको इसका बहुत ध्यान रखना होगा। तुर्की के नाटक बहुत लोकप्रिय हैं। निर्माता ने पहले ही शो के अधिकार खरीद लिए हैं। हम अगले महीने से इसकी शूटिंग शुरू कर रहे हैं।'