सीबीआई जांच में जिन 200 नर्सिंग कॉलेजों में कमियां मिली थीं, उनकी जांच के लिए बनाई गई कमेटी की प्रोसेडिंग की मूल फाइल, दस्तावेज और सीसीटीवी फुटेज गायब हैं। इन तीनों मामले में नर्सिंग काउंसिल ने टीटी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
जिन नर्सिंग कॉलेजों में कमियां मिली थीं, उनकी जांच के लिए रिटायर्ड हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी की बैठकों की प्रोसिडिंग मूल फाइल में थी।यह फाइल और दस्तावेजों नर्सिंग काउंसिल के नोडल अधिकारी के कक्ष से ही गायब हैं।
जांच के बाद कमियों वाले कुछ नर्सिंग कॉलेजों को सूटेबल की श्रेणी रखा गया है। इन्हें मान्यता देने के लिए नर्सिंग काउंसिल में एक स्कैन कॉपी मिली है। इसका उपयोग कर मान्यता देने की कार्रवाई की जा रही है। लेकिन इस स्कैन कॉपी में कोई फेरबदल नहीं होगा, इसकी गारंटी नहीं है। इसके साथ ही मान्यता संबंधी 4 कॉलेजों की फाइलें भी गायब हैं।
मूल फाइल में संवेदनशील दस्तावेज, गायब होने से जांच प्रभावित होगी
जांच के महत्वपूर्ण निर्णय इस फाइल में : गायब फाइल में कई अहम दस्तावेज थे। हाई कोर्ट के आदेश से बनी 3 वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी के बैठक मिनट्स इसमें शामिल थे। कमेटी की जांच के महत्वपूर्ण निर्णय भी इस फाइल में थे।
निर्णय का आधार बनती यह फाइल : कमी वाले कॉलेजों को पात्र श्रेणी में लाने के दस्तावेज भी गायब हैं। फाइल हाई कोर्ट में जमा होकर निर्णय का आधार बनने वाली थी।
कानूनी जटिलताः हाई कोर्ट की मॉनीटरिंग में चल रही जांच की मूल फाइल गायब होने से विभाग का पक्ष कमजोर होगा। सभी दस्तावेज न मिलने पर कमियों वाले कॉलेजों को सूटेबल (पात्र) घोषित किया जा सकता है। केस के फाइनल सबमिशन में मुश्किलें होंगी।
प्रशासनिक बाधाएं : मूल फाइल गायब होने से फाइल का डेटा फिर से तैयार करने के लिए अन्य विभागों या संबंधित पक्षों से रिकॉर्ड जुटाना पड़ेगा।
नोडल अधिकारी के कक्ष से गायब हुई है फाइल मूल फाइल पूरे दस्तावेजों के साथ नोडल अधिकारी कक्ष से गायब हुई है। थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। आगामी कार्रवाई पुलिस को करनी है। जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।' - मनोज सरयाम, अध्यक्ष, नर्सिंग काउंसिल, भोपाल