जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में महाराष्ट्र के पांच लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो की पहचान हो गई है। संतोष जगदाले के सिर, कान और पीठ पर गोली मारी गई। वहीं कौस्तुभ गणबोटे की पीठ छलनी कर दी गई।
जगदाले अपने परिवार के साथ पहलगाम घूमने आए थे। उनके साथ पत्नी और बेटी भी थी। साथ में एक महिला रिश्तेदार भी थी। आतंकियों ने तीनों महिलाओं को छोड़ दिया।
जगदाले की बेटी ने बताया कि, आतंकियों ने उनके पिता से कलमा पढ़ने को कहा था, जब वह नहीं पढ़ पाए तो गोली मार दी। हाथों में बंदूक लिए आतंकी टेंट में छिपे लोगों को ढूंढकर मार रहे थे।
चश्मदीद बेटी बोली- मेरे सामने पिता को गोली मारी, चाचा को भी नहीं छोड़ा
बेटी असावरी जगदाले ने न्यूज एजेंसी PTI को फोन पर बताया कि हम पांच लोगों का ग्रुप था। जिसमें मेरे माता-पिता भी शामिल थे। हम पहलगाम के पास बैसरन घाटी में थे तभी गोलीबारी की आवाज सुनी। देखा कि पुलिस के कपड़े पहने कुछ लोग गोलियां चला रहे हैं।
असावरी ने कहा, "हम सभी पास के एक टेंट में छिप गए। 6-7 अन्य लोग भी आ गए। हम सभी गोलीबारी से बचने के लिए जमीन पर लेट गए, पहले लगा कि यह आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच कोई मुठभेड़ है।
तभी एक आतंकी हमारे टेंट में आ गया उसने मेरे पिता जी को बाहर आने के लिए कहा। साथ ही पीएम मोदी के लिए कुछ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया। फिर उन्होंने मेरे पिता से एक इस्लामी आयत (शायद कलमा) पढ़ने को कहा। जब वे नहीं पढ़ पाए, तो उन्हें तीन गोलियां मार दीं, एक सिर पर, एक कान के पीछे और एक पीठ में। मेरे चाचा मेरे बगल में थे। आतंकवादियों ने उन्हें चार से पांच गोलियां मारी।
पुलवामा के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला, 27 लोगों की मौत
जम्मू-कश्मीर में 2019 के पुलवामा अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने मंगलवार को पर्यटकों पर फायरिंग की, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक यूएई और एक नेपाल का पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी पर्यटक यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने यूपी से आए शुभम द्विवेदी से नाम पूछा, फिर उसके सिर में गोली मार दी। शुभम की दो महीने पहले ही शादी हुई थी। वो हनीमून पर यहां आया था। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है।