अजय देवगन की फिल्म 'मैदान' का टीज़र आखिरकार रिलीज हो गया है। बोनी कपूर की फिल्म में अजय देवगन को एक फुटबॉल कोच की भूमिका निभाते हुए दिखाया गया है और यह काफी इफेक्टिव है। फिल्म के बारे में बोलते हुए अजय दवगन ने वैराइटी को बताया- मैदान मेरी पसंदीदा है। मैं शायद ही कभी ऐसा कहता हूं, यह मेरी अब तक की सबसे अच्छी फिल्मों में से एक है। इसने बहुत अच्छी तरह से आकार लिया है। फिल्म का हर विभाग, कहानी, कहानी निर्देशन, सब कुछ बेहतरीन है।कौन हैं सैयद अब्दुल रहीम?
सैयद अब्दुल रहीम, जिन्हें रहीम साब के नाम से भी जाना जाता है, भारत की राष्ट्रीय टीम के पूर्व फुटबॉलर, कोच और प्रबंधक थे। उनका जन्म 17 अगस्त, 1909 को हैदराबाद में हुआ था।
पहले बने टीचर फिर खेलकूद में गए
खेल को आगे बढ़ाने से पहले रहीम साब एक स्कूल टीचर के रूप में काम करते थे। बाद में उन्होंने एक टीचर के रूप में अपना कर्तव्य छोड़ने से पहले शारीरिक शिक्षा की पढ़ाई की और स्कूलों में खेलकूद का काम संभाला।
कहे गए भारतीय फुटबॉल के वास्तुकार
1950 में रहीम भारतीय फुटबॉल टीम के कोच बने, जिसने उनके मार्गदर्शन में काफी सफलता हासिल दिलाई। उन्हें आधुनिक भारतीय फुटबॉल का वास्तुकार माना जाता है।
भारत के लिए जीता गोल्ड मेडल
कोच के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान यह भारत में फुटबॉल का स्वर्ण युग था, जो एक अच्छे प्रेरक भी थे। 1951 (दिल्ली) और 1962 (जकार्ता) में आयोजित एशियाई खेलों में भारत ने गोल्ड मेडल जीता।
और भारत बना पहला एशियाई देश
टीम को 1956 में मेलबर्न में ओलंपिक का सेमीफाइनल भी खेलने का मौका मिला। सैयद अब्दुल रहीम के नेतृत्व में यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत पहला एशियाई देश बन गया। 1963 में प्रसिद्ध फुटबॉलर-कोच का निधन हो गया।
'मैदान' की कहानी रहीम को दिखाती है
'बधाई हो' का निर्देशन करने वाले अमित रविंद्रनाथ शर्मा की निर्देशित 'मैदान' में अजय देवगन के साथ प्रियामणि और गजराज राव भी में हैं।