नर्मदापुरम, जबलपुर समेत आधे मप्र में 2 दिन की मूसलाधार बारिश भले ही थम गई हो, लेकिन मप्र की जीवन दायिनी कही जाने वाली नर्मदा नदी उफान पर है। बारिश से बरगी, तवा और बारना डैम और सहायक नदियों के पानी से नर्मदा खतरे के निशान के करीब बह रही है। प्राचीन सेठानी घाट डूबा हुआ है। यहां सामान्य से 30 से 32 फीट ऊपर पानी है। नर्मदा के घाट जलमग्न हो चुके हैं। डैमों से छूटे पानी से उफनाई नर्मदा के विहंगम दृश्य को ड्रोन कैमरे की मदद से कैद किया। सेठानी घाट, काले महादेव मंदिर, पर्यटन घाट, खर्राघाट से रेल-बस ब्रिज बसकुछ नजर आ रहा है।नर्मदा का यह विहंगम दृश्य दो साल बाद देखने को मिला है। साल 2020 में तीनों डैम से एक साथ पानी छोड़ने से नर्मदा ऊफान पर आई थी। नर्मदा के रौद्र रूप ने शहर में तबाही मचाई थी। खतरे के निशान से 13 फीट होने से शहर के कई इलाकों में पानी भराया था।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर-चंबल के साथ मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से के शहरों में भी गर्मी बढ़ गई है। रविवार को सीधी में पारा 44 डिग्री के पार पहुंच गया,…
बैरसिया रोड स्थित लांबाखेड़ा में रविवार शाम करीब 6:45 बजे उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक पार्किंग में खड़े डीजल टैंकर में अचानक आग लग गई। चश्मदीदों के मुताबिक,…
भोपाल के लोअर लेक स्थित एमपी क्याकिंग केनोईंग एसोसिएशन क्लब (पुराना फिश एक्वेरियम) के सामने रविवार को नेवल एनसीसी कैडेट्स की एलुमनी मीट हुई। इसमें पूरे देश से विभिन्न वर्षों…
मप्र में ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने के खिलाफ लगाई गई 52 ट्रांसफर पिटीशन पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इन याचिकाओं को एमपी हाईकोर्ट से सुप्रीम…
मध्यप्रदेश सरकार की विज्ञान मंथन यात्रा के तहत चुने गए बच्चों को देश की बड़ी-बड़ी वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं और संस्थान दिखाए जाते हैं, ताकि वे किताबों से बाहर निकलकर असली विज्ञान…