दिगगज उद्योगपति रतन टाटा ने सीनियर सिटीजन का अकेलेपन दूर करने के लिए स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है। हालांकि, निवेश की राशि का खुलासा नहीं किया गया है। टाटा ग्रुप से रिटायर होने के बाद रतन टाटा लगातार स्टार्टअप का समर्थन करते रहे हैं।
अब तक 50 से अधिक कंपनियों में निवेश कर चुके हैं। इस नए स्टार्टअप गुडफेलोज की स्थापना शांतनु नायडू ने की है। कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़े 25 वर्षीय नायडू, टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर हैं और 2018 से उनके सहायक हैं।
दुनिया में 1.5 करोड़ बुजुर्ग अकेले
84 वर्षीय टाटा खुद अविवाहित हैं, उन्होंने कहा, ‘अकेले रहना क्या होता है यह आप तब तक नहीं जान सकते जब तक कि आप किसी के साथ समय गुजारने की उम्मीद में अकेले न रह लें। एक अच्छे स्वभाव वाला साथी हासिल करना भी एक चुनौती है।’ नायडू ने टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित किया। शांतनु ने कहा, दुनिया में 1.5 करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं।
स्टार्टअप गुडफेलोज सीनियर सिटीजन के साथी के रूप में ‘काम’ करने के लिए युवा ग्रेजुएट्स को हायर करता है। आम तौर पर, एक साथी सप्ताह में तीन बार ग्राहक से मिलने जाता है और चार घंटों तक रहता है। एक महीने की मुफ्त सेवा देने के बाद गुडफेलोज 5,000 रुपए मंथली चार्ज लेती है।
गुडफेलोज सेवा फिलहाल मुंबई में
गुडफेलोज की सदस्यता आधारित यह सेवा फिलहाल मुंबई में है। यहां वह 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है। लेकिन जल्द ही इसे बेंगलुरू सहित अन्य शहरों में शुरू किया जाएगा। लगभग 140 करोड़ लोगों के देश में हर दूसरा भारतीय 25 वर्ष से कम उम्र का है।
लेकिन 15 लाख से अधिक बुजुर्ग भारतीय अकेले रहते हैं, या तो उनका कोई परिवार नहीं है या उनके बच्चे विदेश में हैं। ऐसे में इन बुजुर्गों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
क्या है गुडफेलो का बिजनेस मॉडल
गुडफेलो का बिजनेस मॉडल एक फ्रीमियम सब्सक्रिप्शन मॉडल है। बुजुर्गों को इस सेवा का अनुभव कराने के लक्ष्य के साथ पहला महीना मुफ्त है। दूसरे महीने के बाद एक छोटा सा सदस्यता शुल्क है जो पेंशनभोगियों की सीमित सामथ्र्य के आधार पर तय किया गया है।
स्टार्टअप ने मंगलवार को कहा कि भारत में 1.5 करोड़ बुजुर्ग अकेले रह रहे हैं, या तो साथी के खोने के कारण, या परिवार अपरिहार्य कार्य कारणों से दूर जा रहे हैं। गुडफेलो उनके लिए कुछ सार्थक करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।