नरसिंहपुर प्रवास पर आए मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह को जिले के वन कर्मचारी संघ एवं अधिकारी यूनियन ने ज्ञापन देते हुए बताया कि 9 अगस्त को विदिशा के लटेरी में सागौन की लकड़ी चोरी करने बाइक से ले जाने वाले चोरों को पकड़ा गया था। जहां सागौन चोरी करने वाले चोरों ने वन अमले का घेराव कर जानलेवा हमला कर दिया था।
आत्मरक्षा के लिए वन अमले ने हवाई फायर करके जान बचाकर भागकर अपनी जान बचाई थी। वन मामला संबंधित पुलिस थाना लटेरी गया, जहां युक्त हमलावरों के खिलाफ एफआईआर करानी चाही लेकिन पुलिस ने एफआईआर नहीं लिखी। उल्टा सागौन चोरी करने वाले व्यक्तियों की शिकायत पर एक व्यक्ति की मौत का हवाला देकर वन कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जबकि CRPC की धारा 197 के संदर्भ में ग्रह मंत्रालय के पत्र में स्पष्ट निर्देश है वन कर्मियों पर न्यायालीन जांच के उपरांत दोषी पाए जाने पर एफआईआर चाहिए।
वन मंत्री से वन विभाग के कर्मचारी अधिकारी संगठन ने अपनी मांग रखते हुए कहा है कि इस प्रकार की घटनाओं से वन कर्मियों का मनोबल टूट रहा है, इसलिए घटना की न्यायिक जांच की जाए। 302 का मुकदमा खारिज किया जाए और गिरफ्तारी ना की जाए।
प्रभारी मंत्री ने कर्मचारियों पर जताया भरोसा
जिले में प्रवास पर आए प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने कर्मचारियों को भरोसा जताते हुए कहा कि आपके इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करेंगे। अनावश्यक रूप से किसी को भी दंडित नही किया जाएगा। हम पर विश्वास रखे उचित कार्रवाई करेंगे।