आर माधवन और उनकी पत्नी सरिता बिरजे इंडस्ट्री के सबसे प्यारे कपल्स में से एक हैं। वे फिल्मों वाले रोमांस और फेयरीटेल लव स्टोरी का जीता-जागता उदाहरण हैं। प्यार किसी के लिए भी सबसे अच्छी चीज होती है और फैंस के दिलों की धड़कन आर माधवन अपनी गर्लफ्रेंड से सबसे फिल्मी तरीके से मिले। यह एक टीचर और स्टूडेंट की प्रेम कहानी है, जिस पर एक अच्छी-भली फिल्म बन सकती है। आर माधवन 1 जून को अपना 53वां बर्थडे मना रहे हैं। इस मौके पर हम आपको उनकी अनोखी प्रेम कहानी के बारे में बता रहे हैं।'रहना है तेरे दिल में' एक्टर R Madhawan को अपना पहला प्यार तब मिला, जब वह एक टीचर थे और उनकी पत्नी एक स्टूडेंट थीं। हां, आपने सही पढ़ा है! हम सभी जानते हैं कि लड़कियां मैडी की बड़ी दीवानी हैं और वह अपने चार्म से कई दिलों को जीत सकते हैं। लेकिन आज देखते हैं कि कैसे सरिता ने माधवन का ध्यान खींचा और वो उनके प्यार में लट्टू हो गए।अपनी स्टूडेंट से प्यार कर बैठे माधवन
इंडस्ट्री में आने से पहले ही माधवन, सरिता से मिले थे। 90 के दशक की शुरुआत में, सरिता ने कोल्हापुर में कम्यूनिकेशन वर्कशॉप में भाग लिया, जहां वह माधवन से मिलीं, जो वहीं पर टीचर थे। इलेक्ट्रॉनिक्स की पढ़ाई करने के बाद, माधवन ने सोशल कम्यूनिकेशन की क्लासेज लेना शुरू कर दिया, जबकि सरिता एक एयर होस्टेज थीं। एक सेशन के बाद, सरिता ने मैडी को डिनर के लिए बाहर चलने को कहा और उन्होंने तुरंत इस मौके का फायदा उठाया।
मौके का फायदा उठाकर कर ली शादी
माधवन ने 'टीओआई' के साथ एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि, 'सरिता मेरी स्टूडेंट थी और उसने एक दिन मुझे डेट पर चलने के लिए कहा। मैं सांवला सा आदमी था और सोचा कि यही मौका है। मुझे नहीं पता था कि मैं कभी शादी करूंगा या नहीं इसलिए मैंने मौके का फायदा उठाया और उनसे जल्दी ही शादी कर ली।'
माधवन और सरिता की शादी
उन्होंने शादी के बंधन में बंधने से पहले 8 साल तक एक-दूसरे को डेट किया। आर माधवन और सरिता ने 1999 में पारंपरिक तमिल रीति रिवाज से शादी की थी। इस शादी में उनके करीबी दोस्त और परिवार के सदस्य शामिल हुए थे। गौरतलब है कि सरिता से शादी के बाद माधवन ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया। अब वे दोनों एक बेटे के पैरेंट्स हैं।
आर माधवन की फिल्में
इंडस्ट्री के डिंपल-बॉय को मणिरत्नम की हिट फिल्म 'अलाइपायुथे' से पहचान मिली। उन्होंने जल्द ही एक रोमांटिक हीरो की इमेज बना ली और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक्टर ने 'कन्नथिल मुथमित्तल', 'रन', 'अंबे शिवम' और 'आयुथा एझुथु' जैसी फिल्मों के साथ सफलता हासिल की। 2001 में 'रहना है तेरे दिल में' और 2017 में 'विक्रम वेधा' के बाद लोग उनके दीवाने हो गए।