पंजाब में CM भगवंत मान की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने किसानों पर सख्ती दिखाते हुए 13 महीने से बंद पड़े शंभू और खनौरी बॉर्डर को पुलिस मदद से खुलवा दिया। सरकार के तमाम मंत्रियों और AAP नेताओं ने एक सुर में कहा कि इस आंदोलन से पंजाब को आर्थिक नुकसान हो रहा था। उद्योग जगत ने भी इस एक्शन का स्वागत किया है। व्यापारियों का यहां तक कहना है कि किसानों का आंदोलन पहली बार साल 2020 में शुरू हुआ और तब से अब तक, पंजाब में इंडस्ट्री स्टेबल नहीं हो पाई है। कई कारोबारी तो पंजाब से सबकुछ समेट कर हरियाणा और दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो गए। उनका अनुमान है कि पिछले दो-तीन बरसों में हरियाणा का बिजनेस 4 गुना बढ़ चुका है। अब दोनों बॉर्डर खुलने पर पंजाब में फिर से व्यापारिक गतिविधियां तेज होने की आस बंधी है।