कलेक्टर बोलीं नो ड्यूज व्यक्तिगत यदि निर्देशों के बाबजूद ऐसा हुआ तो जांच कराएंगे।
मुंगावली :- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन फार्म में पंचायत, जनपद और बिजली विभाग से एनओसी आवश्यक रूप से मांगी गई थी। लेकिन देखा जाए तो इसमें विभागों ने कलेक्टर आरउमा महेश्वरी के निर्देशों के बाबजूद ग्रामीणों से अपने अपने अंदाज में वसूली की और अपने विभाग के नियम बताकर जमकर वसूली की जिसको देखकर कहा जायेगा कि मौके का अनावश्यक फायदा बिजली कम्पनी औऱ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वालीं ग्राम पंचायतों ने उठाया है। देखा जाए तो सबसे ज्यादा मनमर्जी बिजली कम्पनी के अधिकारियों ने की औऱ ग्रामीणों से जिनके घर कनेक्शन तक नही था उनके घर नया कनेक्शन कराया उसके बाद उसको एनओसी जारी की। वहीं ग्राम पंचायतों में प्रकाश कर और जल कर के नाम पर वसूली की गई जबकि किसी भी पंचायत में प्रकाश की तो व्यवस्था है ही नही वहीं कई पंचायतों में नलजल योजना ही नही है तो फिर जलकर की कैसी वसूली ।
पंचायत और बिजली विभाग में अलग नियम होगी जांच:-
देखा जाए तो एक ओर जनपद पंचायत द्वारा ऐसे लोगों को नो ड्यूज जारी किया है जिसकी पत्नी पर सरपंच रहते 33 लाख के आसपास की रिकवरी है और उसके पति को एनओसी जारी की ऐसे कई मामले हैं। वहीं बात की जाए बिजली विभाग की तो यहां एक पीढ़ी पुरानी वसूली उसके नाती या बेटा से जमा कराई है साथ ही साथ जिसके घर कनेक्शन ही नही है उससे पहले नया कनेक्शन कराया और उसके बाद एनओसी जारी की है जिसको देखकर कहा जायेगा कि जब कलेक्टर के स्पष्ट निर्देश थे कि बकाया व्यक्तिगत होता है तो फिर बिजली कम्पनी ने मनमर्जी पूर्वक वसूली किस आधार पर की। इस मामले मे जब कलेक्टर से बात की गई तो उबके द्वारा बिजली कम्पनी के कृत्य को गलत बताया गया और जांच कराने की बात कही है।
इनका कहना है।
बकाया व्यक्तिगत होता है यदि सरपंच पत्नी पर बकाया है तो पति को एनओसी जारी की जाएगी इसी तरह बिजली कनेक्शन भी नाम से ही होता है जिसके नाम से बकाया है उसको एनओसी नही मिलेगी और किसी को एनओसी से नही रोका जा सकता। जिसके हमने बैठक में निर्देश भी दिए थे। इसके बाबजूद यदि आपने जो बताया वैसा हुआ है तो गलत है जांच कराते हैं ।
आरउमा महेश्वरी कलेक्टर अशोकनगर