नागपुर हिंसा मामले में गुरुवार को बांग्लादेश कनेक्शन सामने आया है। सोशल मीडिया पोस्ट पर एक यूजर ने धमकी दी कि सोमवार के दंगे तो सिर्फ एक छोटी घटना थी और भविष्य में और बड़े दंगे होंगे।
साइबर सेल ने अफवाह फैलाने और हिंसा भड़काने के मामले में 34 सोशल मीडिया अकाउंट पर कारवाई की है, साथ ही 10 FIR की गई हैं।
वहीं, पुलिस ने मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान समेत अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, बुधवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने यह संख्या 69 बताई थी। इनमें आठ विश्व हिंदू परिषद (VHP) कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
19 आरोपियों को 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा दिया गया है। मास्टरमाइंड फहीम पर 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।
मंत्री कदम ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कदम ने कहा;-
दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों पर हमला करने की हिम्मत की है। हम दिखाएंगे कि पुलिस का डर क्या होता है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
दरअसल, सोमवार रात हुई हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें तीन DCP रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। दंगाइयों ने वाहनों में तोड़फोड़ की, पेट्रोल बम फेंके, पथराव किया और कुछ घरों पर भी हमला किया।
आरोपी फहीम खान ने भड़काऊ वीडियो एडिट किया था
नागपुर हिंसा में आरोपी फहीम खान की भूमिका को लेकर साइबर डीसीपी लोहित माटानी ने बताया कि फहीम ने औरंगजेब के खिलाफ हुए प्रदर्शन का वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिससे माहौल बिगड़ा और हिंसा फैल गई। उसने हिंसात्मक वीडियो को बढ़ावा भी दिया।
फडणवीस बोले- चादर पर कुरान की आयत नहीं थी, अफवाह फैलाई गई
CM देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि जलाई गई चादर पर कुरान की आयत नहीं थी। आयत को लेकर अफवाह फैलाई गई।
उन्होंने कहा, 'पुलिस और मेरे बयान में फर्क नहीं है। जानबूझकर हिंसा फैलाई गई। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस पर हमला करने वाले बचेंगे नहीं। जो कब्र में छिपे हैं तो कब्र से निकालेंगे।'