फैशन इंडस्ट्री को कोसा
36 साल की एक्ट्रेस ने कहा, 'मैगजीन के एडिटर्स और फैशन इंडस्ट्री के माध्यम से एक वेस्टर्न महिला दिखने के लिए ब्रेनवॉश किया गया, ताकि मैं इंटरनेशनल डिजाइनरों की जेब भर सकूं। माहौल पर मेरी पसंद के प्रभाव के बारे में परवाह किए बिना हमेशा कपड़े खरीदने में शर्म आती है।'
वो आगे लिखती हैं, 'जबकि मैं एक बिंबो की तरह काम करती हूं, सिस्टम मुझे एक फैशनिस्टा के रूप में सम्मानित करता है, जो मुझे और ज्यादा इंटरनेशनल ब्रांड्स को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है। जबकि मेरे अपने लोग जैसे बुनकर और हस्तशिल्प पुरुष धीमी और स्थिर मौत मर रहे हैं। फिर वे चालाकी से मेरे पहने जाने वाले हर चीज (कपड़ों) की कीमत लगाना शुरू कर देते हैं।'
कंगना का ये है नजरिया
कंगना ने कहा कि फैशन ब्रांड सिर्फ कपड़े और बैग भेजकर आपको उनके लिए मुफ्त में काम करवाते हैं, वे पूरी सभ्यता की संस्कृतियों और परंपराओं को हाईजैक करना शुरू कर देते हैं।
एयरपोर्ट लुक को कहा अलविदा
कंगना ने खुद से सवाल किया कि अगर एक भारतीय महिला ऐसी दिखती है तो एक अमेरिकी महिला कैसी दिखती है! इस ट्रेंड को अलविदा कहते हुए उन्होंने कहा, 'अलविदा एयरपोर्ट लुक, ऐसा लगता है कि हम उस फेज से आगे निकल गए हैं। अब समय आ गया है कि अगर मैं एक कपड़ा भी खरीद लूं, तो मैं खुद से पूछती हूं कि इससे कितने भारतीयों को फायदा होगा।'