अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। उन्होंने औपचारिक रूप से इस संबंध में आए न्योते को स्वीकार कर लिया है। व्हाइट हाउस ने रविवार को बताया कि 19 सितंबर को लंदन में महारानी का अंतिम संस्कार होगा, जिसमें बाइडेन प्रथम महिला जिल बाइडेन के साथ शामिल होंगे।
इससे पहले, बाइडेन ने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमलों के बाद दिवंगत महारानी द्वारा अमेरिकियों को दिए संदेश को याद किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 9/11 हमले की बरसी पर महारानी द्वारा अमेरिकियों को दिए संदेश का जिक्र करते हुए कहा, ''दुख वह कीमत है, जो हम प्यार पाने के लिए चुकाते हैं।'
ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का ताबूत रविवार को एबर्डीनशायर के बाल्मोरल कैसल से स्कॉटलैंड स्थित उनके आधिकारिक आवास होलीरूडहाउस पैलेस लाया गया। इस दौरान महारानी के अंतिम सफर में शामिल होने के लिए रास्ते में हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा थी।
एलिजाबेथ द्वितीय के बड़े बेटे महाराज तृतीय के शब्दों में यह 19 सितंबर को लंदन में अंतिम संस्कार से पहले उनकी मां की 'अंतिम महान यात्रा' के पहले चरण का अंत था। छह घंटे की यात्रा तय कर बाल्मोरल कैसल से होलीरूडहाउस पैलेस लाए गए महारानी के ताबूत को सोमवार दोपहर तक इस महल के थ्रोन रूम में रखा जाएगा, जहां शाही परिवार के सदस्य उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। ताबूत को शाही बैनर 'रॉयल स्टैंडर्ड ऑफ स्कॉटलैंड' में लपेटा गया था और इस पर फूलों का गुलदस्ता रखा हुआ था।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का बृहस्पतिवार को बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था। वह 96 वर्ष की थीं। महारानी का ताबूत को लेकर चल रहा वाहन सात कारों के काफिले के साथ भारी पुलिस बल की मौजूदगी में धीरे-धीरे एडिनबर्ग की तरफ बढ़ा। इस दौरान रास्ते में खड़े लोगों ने दिवंगत महारानी को पुष्पांजलि अर्पित की। काफिले में एलिजाबेथ द्वितीय की बेटी राजकुमारी ऐनी मौजूद थीं।