भारतीय कंपनियां (इंडिया इंक) 2022-23 में कर्मचारियों का सैलरी 10% बढ़ा सकती हैं। यह पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे ज्यादा सैलरी इंक्रीमेंट होगा। नौकरी बदलने और छोड़ने वाले कर्मचारियों की बढ़ती संख्या इसकी सबसे बड़ी वजह होगी। ग्लोबल एडवाइजर फर्म विलिस टावर्स वाटसन के सैलरी बजट प्लान रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है।
मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबकि, इस साल 31 मार्च को अंतिम फाइनेंशियल इयर 2021-22 में भारतीय कंपनियों ने 9.5% सैलरी इंक्रीमेंट दिया था। भारत में आधे से अधिक (58%) नियोक्ताओं ने पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के लिए अधिक सैलरी इंक्रीमेंट का बजट रखा है।
हालांकि इनमें से एक चौथाई (24.4%) ऐसे भी हैं, जिन्होंने बजट में कोई बदलाव नहीं किया है। सबसे अच्छी बात यह है कि 2021-22 के मुकाबले सिर्फ 5.4% ने बजट कम किया है।
नौकरी छोड़ने वालों का रेट बहुत ज्यादा
अप्रैल और मई 2022 में 168 देशों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है। भारत में 590 कंपनियों से बात की गई। चीन में कंपनियां छह%, हॉन्ग कॉन्ग में 4% और सिंगापुर में 4% वेतन बढ़ोतरी कर सकती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 42% कंपनियों ने अगले 12 महीने के दौरान पॉजिटिव बिजसन रेवेन्यू आउटलुक का अनुमान जताया है जबकि केवल 7.2% ने निगेटिव आउटलुक की बात कही है।
कहा गया है कि भारत में कर्मचारियों के अपने आप नौकरी छोड़कर जाने वाले की दर 15.1% है। यह एशिया-प्रशांत इलाके में हॉन्ग कॉन्ग के बाद सबसे ज्यादा है।