अशोकनगर ब्यूरो:-
स्वदेश समाचार:-
प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव भरतीय राजनीति में एक मात्र ऐसे नेता होंगे जिन्होंने तीन वर्ष में तीन विधानसभा चुनाव लड़े और तीनों में जीत दर्ज की। और दो बार जहां वह दो-दो हजार मतों के आसपास जीत दर्ज कर सके थे, तो इस बार उपचुनाव में मुंगावली विधानसभा के मतदाताओं ने उनको ऐतिहासिक 21465 मतों से जिताया है। अब इस तरह हजारों मतों से जीत मिलना जहां बृजेन्द्र सिंह को जननेता की छबि प्रदान करता नजर आ रहा है तो यह भी कहा जा रहा है कि यह जनादेश उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती भी है। यह इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि कांग्रेस द्वारा लगातार इस चुनाव में जातिवाद को मुद्दा बनाया और यादव विरोधी माहौल बनाने का प्रयास किया गया। लेकिन सभी समाजों के लोगों ने जिस तरह श्री यादव को अपना समर्थन दिया है उसके बाद अब ब्रजेन्द्र सिंह को इस जनादेश के साथ-साथ जातिवादी जो माहौल बनाया जाता है उसको भी आने वाले समय में खत्म करना ही होगा। और यदि वह ऐसा कर पाते हैं तो यह निश्चित कहा जा सकता है कि अशोकनगर जिले के एक गांव से निकला यह किसान पुत्र आने वाले समय में प्रदेश स्तर की राजनीति का धूमकेतु होगा।
कैसे एक गाँव का किसान पुत्र बन गया जन नेता:-
प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव उस समय सुर्खियों में आये थे जब महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजर इन पड़ पड़ी और इनको कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी बनाया गया और तत्कालीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर दर्जन भर मंत्रियों के डेरा जमाए रखने के बाद भी इन्होंने उपचुनाव मैं जीत दर्ज की उसके बाद 2018 के आम चुनाव में इन्होंने फिर जीत दर्ज की और उसके बाद सिंधिया के सर्मथक के रूप में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। और कुछ समय के बाद इनको शिवराज सरकार मैं राज्यमंत्री बनाया दिया गया जिसके चलते इनकी प्रदेश स्तर की राजनीति में इंट्री हुई और अब उपचुनाव में साढ़े इक्कीस हजार की बड़ी जीत दर्ज करके ब्रजेन्द्र सिंह जननेता की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं।
सतत जनसंपर्क सबसे बड़ी शक्ति और चुनौती:-
ब्रजेन्द्र सिंह यादव की इस जीत की मुख्य वजह कही जाए तो उनका विधानसभा क्षेत्र में सतत जनसंपर्क उनकी सबसे बड़ी शक्ति रही। क्योकि तीन सालों में यह उनका तीसरा चुनाव था जिसके चलते वह लगातार गाव गाव पहुच रहे थे और जनता से सीधा संपर्क उनकी सबसे बड़ी पूंजी दिखाई दी। लेकिन अब यही जनसंपर्क ब्रजेन्द्र सिंह के लिए चुनौती है की वह अब जनता से कितना सम्पर्क और संवाद रखते हैं क्योंकि अब उनको राज्यमंत्री के रूप में भोपाल में रहकर पीएचई विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग को चलाना है ऐसे में अपनी क्षेत्र की जनता से संवाद और सम्पर्क रखना उनके लिए चुनौती है। और यदि वह इसको सतत रूप से ऐसे ही बनाये रहे तो उनकी चमक दिन प्रतिदिन ऐसे ही बढ़ना निश्चित है।
जनता लड़ेगी अगला चुनाव:-
आने वाले समय में ब्रजेन्द्र सिंह किस तरह विधानसभा क्षेत्र में काम करने की इच्छा शक्ति रखते है। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने मतगणना के दौरान स्वदेश समाचार से विशेष चर्चा में कहा कि इस बार भी मैंने शहरी क्षेत्र में कम समय दिया और जनता ने ही चुनाव लड़ा लेकिन आने वाले समय में मेरा लक्ष्य है कि इतना विकास कराऊ की आने वाले समय में गांव गांव से जनता निकलकर मेरे लिए वोट मांगे और अगले चुनाव में नही जनता ही मेरे लिए वोट मांगे। वहीं राज्यमंत्री ने कहा कि मेरा सिर्फ और सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि एक एक गाव गाव तक शासन की योजनाओं को पहुँचाया जाए और सभी वर्गों का विकास किया जा सके साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा की बेहतर व्यवस्था की जा सके।