इधर योगेश की पत्नी विनीता और साली मेघा उइके को भी उसके आने का डर था, दोनों इसलिए कमरा नहीं खोलना चाहते थे, लेकिन नौकरानी की आवाज सुनकर उन्होंने दरवाजा खोला और पीछे से योगेश ने फ्लैट में घुसकर दोनों बहनों को चाकूओं से गोदना शुरू किया और छह मिनट में मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद योगेश घर में प्रेमी एसआई की भी तलाश कर रहा था, लेकिन वह नहीं मिला। आरोपित एएसआई ने पुलिस से पूछताछ में दोहरे हत्याकांड से जुड़ी ये बातें बताई हैं। घटना के बाद वह भागकर बालाघाट में खुदकुशी करना चाहता था। इसके लिए उसने अपने पिता के नाम सुसाइड नोट लिखा है।
नोट में उसने बताया कि हमारी शादी को 17 साल हो गए हैं, लेकिन विनीता 10 दिन भी मेरे पास नहीं रही है। उसे लेने कई बार भोपाल जा चुका हूं, हर बार वह और उसकी बहन इन्कार कर देते हैं। मैं सितंबर से अब तक तीन बार चक्कर लगा चुका हूं। उसका एसआई के साथ प्रेम प्रसंग है।
जिस एसआई के साथ योगेश की पत्नी के संबंध थे, वह पूर्व में योगेश के साथ मैहर में पदस्थ रह चुका है। इस दौरान दोनों की दोस्ती हुई थी और एक-दूसरे के घर आना-जाना होता था। बताया जाता है इसी बीच एसआइ और विनीता संपर्क मं आए थे। पिछले 4 महीनों से दोनों के बीच झगड़ा बढ़ गया। विनीता मायके रहने लगी, इस पर भोपाल में रहने वाली छोटी बहन मेघा ने उसे अपने पास बुला लिया।
योगेश को विनीता के भोपाल में रहने पर आपत्ति थी। उसे शक था विनीता यहां एसआइ से मिलती है। वह विनीता से कई बार कह चुका था कि ससुराल रहो या मायके में रहो। कुछ दिन पहले बालाघाट में दोनों परिवारों के बीच चर्चा हुई थी। इसमें तय हुआ कि अब दोनों का तलाक करवा देते हैं। मंगलवार को तलाक के पेपर तैयार होने थे।
मूलत: बालाघाट की रहने वाली 42 वर्षीय विनीता की शादी योगेश मरावी से हुई थी। योगेश मंडला पुलिस में एएसआइ के पद पर पदस्थ है। विनीता गृहणी थी। पारिवारिक कलह के कारण विनीता पद्मनाभ नगर स्थित सिमी अपार्टमेंट-फेस-तीन के फ्लैट में छोटी बहन 32 वर्षीय मेघा उईके के साथ रहती थी।
अविवाहित मेघा वित्त विभाग में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थ थी। मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे दोनों बहनें घर में थी। इस दौरान घरेलू काम करने वाली सेवंती नाम महिला ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खुलते ही वहां पहले से मौजूद योगेश ने नौकरानी को धक्का देकर बाहर निकाल दिया और घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।
उसके योगेश ने धारदार हथियार से विनीता और मेघा पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वह कार से फरार हो गया था। शाम पांच बजे योगेश को मंडला में पिंडरई पुलिस चौकी पर हिरासत में ले लिया गया था।