रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की आज 45वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) है। इसमें इनवेस्टर्स और एनालिस्टों को बड़ी घोषणाओं की उम्मीद है। मीटिंग में 5G रोलआउट की तारीख, जियो और रिलायंस रिटेल के IPO जैसे ऐलान होने की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा रिलायंस में नेतृत्व कैसे आगे बढ़ेगा, इस पर कुछ और स्पष्टता और रोड मैप क्लियर हो सकता है।
2021 की मीटिंग में रिलायंस ने ग्रीन एनर्जी में एंट्री का ऐलान किया था। यह लगातार तीसरा साल होगा जब AGM वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित होगी। ये दोपहर 2 बजे शुरू होगी। RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस मीटिंग को संबोधित करेंगे। विभिन्न प्लेटफॉर्म पर इस मीटिंग का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
जियो 5G सर्विस रोलआउट को तैयार
रिलायंस
जियो ने हाल ही में भारत में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी बैंड में अपनी 5G
नेटवर्क सेवाएं शुरू करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम हासिल किया था। कंपनी ने
दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से आयोजित नीलामी में 700MHz, 800MHz, 1800MHz,
3300MHz और 26GHz बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल किया है। रिलायंस इस
स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 20 साल तक कर सकेगा। इसके लिए उसने 88,078 करोड़
रुपए खर्च किए हैं।
जियो ने करीब 1,000 शहरों में 5G सर्विस शुरू करने के लिए 5G टेलीकॉम डिवाइस की टेस्टिंग की है। इस दौरान हीट मैप, 3D मैप और रे-ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर टारगेट कस्टमर कंजंप्शन और रेवेन्यू के एक्सपेक्टेशन को आधार बनाया गया। रिलायंस कंपनी ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि जियो ने फाइनेंशियल इयर 2021-22 में 5G सर्विस के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।
कंपनी ने कहा कि जियो ने 5G टेक्नोलॉजी से जुड़ी सर्विस की ग्राउंड लेवल पर टेस्टिंग भी की गई है। इस दौरान ऑग्मेंटेड रियल्टी (AR), वर्चुअल रियल्टी (VR), क्लाउड गेमिंग, टीवी स्ट्रीमिंग, हॉस्पिटल और इंडस्ट्री यूजेस को देखा गया।
अक्टूबर से देश में 5G सर्विस हाल ही में टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा था, 'स्पेक्ट्रम एलॉकेशन के बाद अब 5G सर्विस अक्टूबर से शुरू हो सकती है।' वैष्णव ने कहा था स्पेक्ट्रम की बेहतर उपलब्धता से देश में टेलीकॉम सर्विसेज की क्वालिटी में सुधार होगा।
कितना बड़ा है रिलायंस का साम्राज्य?
रिलायंस
इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक फॉर्च्यून 500 कंपनी है और भारत में सबसे बड़ा
प्राइवेट सेक्टर कॉर्पोरेशन। टेक्सटाइल और पॉलिएस्टर से शुरू हुआ कंपनी का
सफर आज एनर्जी, मटेरियल, रिटेल, एंटरटेनमेंट और डिजिटल सर्विस में फैल गया
है। रिलायंस के पास सिंगल लोकेशन पर दुनिया की सबसे बड़ी रिफायनरी है।
रिलायंस का साम्राज्य आज 217 अरब डॉलर, यानी करीब 16 लाख करोड़ रुपए का हो गया है। ये न्यूजीलैंड, ईरान, पेरू, ग्रीस, कजाकिस्तान जैसे देशों की GDP से ज्यादा है। रिलायंस प्राइवेट सेक्टर में कस्टम और एक्साइज ड्यूटी का सबसे बड़ा पेयर है। रिलायंस के कोई न कोई प्रोडक्ट या सर्विस का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय करता है।