नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस और उसके वैरिएंट को लेकर बड़ी स्टडी सामने आई है। सरकार ने कोरोना को लेकर की जा रही निगरानी में पाया कि ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 और XBB से लेकर BQ.1 समेत अन्य सभी सब वैरिएंट हवा में फैल रहे हैं। लेकिन राहत की बात ये है कि इन वैरिएंट की मौजूदगी से कोरोना मामलों या कोविड डेथ रेट में कोई इजाफा नहीं हुआ है।सभी कोरोना केस ओमिक्रॉन और उसके सब वैरिएंट के
ये रिपोर्ट देशभर के सभी 324 पॉजिटिव केस पर आधारित है, जिन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) के तहत भेजा गया था। ये लैब और अस्पताल देशभर में हैं, जहां कोरोना मामलों से निपटने की तैयारी की जाती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सभी 324 पॉजिटिव केसों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई। मंत्रालय ने कहा कि जिन इलाकों से ये मामले दर्ज किए गए हैं, वहां कोविड संक्रमण दर या मृत्यु दर में कोई इजाफा नहीं हुआ है। एयरपोर्ट पर की जा रही है सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोरोना टेस्टिंग
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल 24 दिसंबर से देशभर के कई एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की औचक कोरोना टेस्टिंग की। मंत्रालय ने बताया कि तब से विभिन्न एयरपोर्ट पर 7786 फ्लाइट से 13.6 लाख से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय यात्री भारत पहुंचे। इनमें से 29,113 यात्रियों का औचक आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में ओमिक्रॉन के कई सब वैरिएंट की पुष्टि
मंत्रालय ने बताया, 'एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट के बाद कुल 183 पॉजिटिव केस निकले, जिन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। इनमें से 50 सैंपल्स की सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन और ओमिक्रॉन सब-लाइनेज का पता चला। इनमें से कुछ में रीकॉम्बिनेंट भी शामिल है। इन यात्रियों में से 11 में XBB वैरिएंट, 12 में BQ.1.1 और 1 यात्री में BF7.4.1 सब वैरिएंट पाया गया।क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
INSACOG के उपाध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने बताया कि नियमित रूप से सीवेज के सैंपल्स की टेस्टिंग कर रहे हैं। अब तक के रुझानों में किसी भी वैरिएंट के इजाफा का संकेत नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'मैं लोगों को सलाह दूंगा कि ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट का पता लगने से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।'