नवी मुंबई। कोरोना को लेकर लोगों के बीच इस कदर भय है कि वे अपने पड़ोसी तक को मदद करने से डरते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है नवी मुंबई के खारघर इलाके में जब वहां एक इमारत में महिला अपने पति को नीचे उतारने के लिए चीखती चिल्लाती रही, लोगों से मदद की गुहार लगाती रही लेकिन कोरोना वायरस के भय से मदद के लिए कोई उसके घर में नहीं आया. फांसी पर लटके अपने पति को अकेले ऊपर से नीचे उतारने में असमर्थ पत्नी अपने पड़ोसियों और बिल्डिंग के लोगों के आवाज लगाती रही, मदद मांगती रही, लेकिन कोई उस बेसहारा के करीब नहीं आया. यह ऐसा भयावह मंजर है, जब लोगों में कोरोना का एक अदृश्य भय व्याप्त है. लोगों को आवाज लगाने वाली टीवी अभिनेता मनमीत ग्रेवाल की पत्नी थीं. मनमीत ने अपनी पत्नी को बेसहारा छोड़ दुनिया से विदा लेने की सोची. इसके बाद मौका पाकर अपनी पत्नी से दूर जाकर रात में फांसी से झूल गए. बताया जा रहा है कि वो तनाव में थे, उनके ऊपर आर्थिक तंगी का दबाव बढ़ता जा रहा था. बीते कुछ समय से वो लगातार कर्जे में डूबे जा रहे थे. हाल ही में कुछ टीवी सीरियल के जरिये उन्होंने इन सब तनाव को कम करने के लिए तेजी से कमाना शुरू किया था, लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी और फिर लॉकडाउन ने उनको अंदर से तोड़ दिया. आर्थिक तंगी का दबाव उन पर ऐसा बढ़ा कि वो लड़ाई हार गए. इस भयावह दौर में और भी ज्यादा भयावह मंजर तब दिखा जब एक बेबस, लाचार पत्नी अपने फांसी पर लटके पति को नीचे उतारने के लिए लोगों को आवाज लगाती रही. लेकिन लोगों में कोरोना का डर इस कदर व्याप्त रहा कि कोई उन्हें नीचे उतारने नहीं आया. अंत में उनका शव तब नीचे उतारा जा सका, जब वहां पुलिस और डॉक्टर्स की टीम पहुंची. मनमीत के दोस्त ने बताया कि कैसे कोरोना की वजह से लोगों ने मनमीत के शरीर को भी हाथ लगाने में मदद नहीं की. उन्होंने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि पत्नी ने जब पति की लाश को फांसी लगाए हुए देखा तो उन्होंने मदद के लिए लोगों से गुहार लगाई, लेकिन कोरोना वायरस के चलते लोग पास आने में भी कतरा रहे थे. कुछ देर बाद एक डॉक्टर और पुलिस भी वहां पहुंची, लेकिन उन्होंने भी कोई मदद नहीं की. तकरीबन एक घंटे बाद बिल्डिंग के गार्ड ने मनमीत के गर्दन से बंधा दुपट्टा काटा और तब जाकर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.’