कुक्कुट विकास निगम के संविदा कर्मचारियों का धरना रविवार को 5वें दिन भी जारी रहा। कर्मचारी सरकारी छुट्टी के दिन भी निगम मुख्यालय के बाहर बच्चों-पत्नी के साथ धरने पर बैठे रहे। धरने के 5वें दिन भी कोई अधिकारी मिलने नहीं आया, तो कर्मचारियों ने मंदिर जाकर हनुमान जी को ज्ञापन सौंपा और अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए कामना की। उन्होंने कहा कि हमारी यही कामना है कि अधिकारी बोर्ड की बैठक में लिए निर्णय का पालन करते हुए वेतनवृद्धि के आदेश जारी कर दें।
संविदा कर्मचारी-अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर कहते हैं कि 6 माह पहले कुक्कुट विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक में संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। 6 माह बाद भी निर्णय पर अमल नहीं हुआ। जिस कारण कर्मचारियों को पूर्व का वेतन ही मिल रहा है। इस संबंध में कई बार ज्ञापन दिए गए, पर अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इसलिए मजबूरी में धरना देना पड़ रहा है। धरने पर बच्चे बैठे हैं, उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है, तो सेंट्रल सीमेन स्टेशन और अन्य इकाइयों में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। सभी जिलों को भोपाल से भेजे जाने वाले सीमन की सप्लाई प्रभावित।
उन्होंने बताया कि संस्थान में मौजूद पशुओं का इलाज नहीं हो पा रहा है। कम्यूटर से संबंधित कार्य भी प्रभावित हुआ है। निगम मुख्यालय भोपाल में निर्माण प्रकोष्ठ संबंधी समस्त कार्य प्रभावित हो रहे हैं। निगम की योजनाओं से संबंधित कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं,फाइलों का मूवमेंट पूर्ण रुप से बंद है। उज्जैन का नाइट्रोजन प्लांट तकनीकी खराबी के कारण गुरुवार शाम से बंद है। जिससे नाइट्रोजन का उत्पादन ठप है। जबलपुर-सागर में नाइट्रोजन का वितरण प्रभावित हुआ है। जिससे सीमेन डोज खराब हो रहे हैं। पशु आहार संयंत्र में 60 टन प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है। बता दें कि सामान्य प्रशासन विभाग ने 22 जुलाई 2023 को सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि संविदा कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों के समान वेतन और भत्ते दिए जाएं।