ताइपे । अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान पहुंचने के बाद चीन बहुत गुस्से में है। उसने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा कि वॉशिंगटन आग से खेल रहा है। इस बीच, चीन की सेना ने ताइवान के चारो तरफ युद्धाभ्यास की तैयारी शुरू कर दी है। पेलोसी के ताइवान पहुंचने के बाद चीन बुरी तरह से भड़क गया है, वहीं पूरी दुनिया की निगाहें ताइवान के अगले घटनाक्रम पर टिक गई हैं।
इधर, पेलोसी की ताइवान के नेताओं के साथ मुलाकातें और विचार विमर्श जारी हैं। संसद भवन में पेलोसी की अगवानी संसद के उपाध्यक्ष त्साई ची-चांग ने की। ताइवान की संसद को संबोधित करते हुए पेलोसी ने कोविड से निपटने में उसके प्रयासों की तारीफ की है। पेलोसी ने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि अमेरिका ताइवान को छोड़कर नहीं जाएगा। हमें ताइवान के साथ दोस्ती पर गर्व है।
अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पोलेसी ने ताइवान की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि हम अमेरिका और ताइवान के बीच संसदीय आदान-प्रदान को बढ़ाना चाहते हैं। नैंसी ने ताइवान को 'दुनिया के सबसे स्वतंत्र समाजों में से एक' बताया। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर चिप्स पर अमेरिकी बिल- जिसमें घरेलू सेमीकंडक्टर बनाने और विज्ञान अनुसंधान में बड़ा अमेरिकी निवेश होना है, ताइवान के साथ और अधिक सहयोग के लिए एक अच्छा अवसर था।
नैंसी पेलोसी ने कहा कि उनकी ताइवान यात्रा से वैश्विक सुरक्षा को बल मिलेगा। उन्होंने थिएनआनमन स्क्वायर नरसंहार का जिक्र करके बिना नाम लिए चीन पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के तीन मकसद हैं। पहला, हमारे लोगों की और वैश्विक सुरक्षा, दूसरा अर्थव्यवस्था, और तीसरा सुशासन। उन्होंने कहा कि हम ताइवान का पूरा साथ हमेशा देंगे।
पेलोसी ने कहा कि जलवायु संकट से निपटने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हम आपके नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहते हैं कि और चाहते हैं कि दुनिया आपको मान्यता दे। मेरी यात्रा मानवाधिकार को लेकर है, अन्यायपूर्ण व्यापार तरीकों और सुरक्षा के मुद्दे को लेकर है।
राष्ट्रपति वेन ने पेलोसी को दिया सर्वोच्च नागरिक सम्मान
नैंसी पेलोसी ने ताइवान की संसद में भाषण देने के बाद राष्ट्रपति से त्साई इंग वेन से विस्तार से बातचीत की। ताइवान की राष्ट्रपति ने पेलोसी को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान दिया। पेलोसी की यात्रा से ताइवानी राष्ट्रपति बहुत खुश नजर आईं। ताइवान की राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा देश, वह हर प्रयास करेगा जो हमारी सुरक्षा के लिए जरूरी है। ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा कि हमारा देश सैन्य खतरों के आगे नहीं झुकेगा, उन्होंने कहा हम अपनी स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चीन ने ताइवान पर लगाए कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध
इस घटनाक्रम के बीच चीन ने ताइवान पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसके तहत अब ताइवान चीन से बालू नहीं खरीद सकेगा। यही नहीं चीन ने ताइवान की कई कंपनियों से आयात पर रोक लगा दी है। चीन अब ताइवान से मछली और फल भी नहीं खरीदेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के इस कदम से ताइवान को निर्माण के मोर्चे पर काफी परेशानी हो सकती है।
लाइव फायर ड्रिल पर जापान ने जताई चिंता
उधर, जापान ने चीन के ताइवान की खाड़ी में लाइव फायर ड्रिल करने पर गहरी चिंता जताई है। जापान ने एक बयान जारी करके कहा कि चीन की सेना जिन इलाकों में अगले कुछ दिनों तक सैन्य अभ्यास करने जा रही है, वे जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में आते हैं। इस सैन्य गतिविधि को देखते हुए जापान ने चीनी पक्ष से चिंता जताई है।
पेलोसी की यात्रा 'दुर्भाग्यपूर्ण' है, चीन चुप नहीं बैठेगा
ब्रिटेन में चीन के राजदूत झेंग ज़ेगुआंग ने ब्रिटिश सांसदों से अमेरिका का अनुकरण न करने का आग्रह करते हुए कहा कि चाहे वह 'ताइवान को अपनी रक्षा करने में मदद करने' की बात हो या सांसदों की ताइवान की यात्रा करने की योजना हो, वे दोनों ही एक चीन सिद्धांत का गंभीर उल्लंघन है। चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स को तलब कर अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर दर्ज कराया। चीन के उप विदेश मंत्री जी फेंग ने कहा कि पेलोसी की यात्रा 'दुर्भाग्यपूर्ण' है। इसके गंभीर परिणाम होंगे, चीन चुप नहीं बैठेगा।