अफगानिस्तान के काबुल में गुरुवार को आत्मघाती हमले में तालिबान के टॉप कमांडर रहीमुल्लाह हक्कानी की मौत हो गई। यह हमला एक मदरसे में हुआ है। हक्कानी तालिबान के आतंकी विचारधारा का बड़ा समर्थक था। इसके अलावा वह इस्लाम का बहुत बड़ा जानकार था।
आत्मघाती हमले की जानकारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट या रेजिस्टेंस फोर्स का हाथ हो सकता है। तालिबान की खुफिया एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कई बार हमला होने के बाद भी बचा था हक्कानी
कमांडर हक्कानी पर यह तीसरा हमला था, जिसमें वह मारा गया। इससे पहले अक्टूबर 2020 में रहीमुल्ला पर हमला हुआ था और वह बाल-बाल बच था। साल 2013 में भी हक्कानी के काफिले पर हमलावरों ने फायरिंग की थी। उस समय पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हमलावर भाग गए थे।