न्यूयॉर्क में हुए जानलेवा हमला के बाद पिछले 12 घंटे से भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी वैंटिलेटर पर हैं। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। रुश्दी के एजेंट एंड्रू यील ने बताया कि वे बिल्कुल बोल नहीं पा रहे हैं। एक आंख खो सकते हैं। उनके लिवर में भी गंभीर चोट लगी है। साथ ही हाथों की नसें भी कट गई हैं।
शुक्रवार को रुश्दी पर एक लाइव प्रोग्राम के दौरान 24 साल के हादी मातर ने अटैक किया था। मातर ने उनके गले पर चाकू से 10-15 पर बार हमला किया, जिसके बाद रुश्दी को एयर लिफ्ट करके एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि रुश्दी के गले और पेट पर चाकू के कई घाव थे। अभी उनकी सर्जरी की गई है।
न्यूयॉर्क में हुए जानलेवा हमला के बाद पिछले 12 घंटे से भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी वैंटिलेटर पर हैं। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। रुश्दी के एजेंट एंड्रू यील ने बताया कि वे बिल्कुल बोल नहीं पा रहे हैं। एक आंख खो सकते हैं। उनके लिवर में भी गंभीर चोट लगी है। साथ ही हाथों की नसें भी कट गई हैं।
शुक्रवार को रुश्दी पर एक लाइव प्रोग्राम के दौरान 24 साल के हादी मातर ने अटैक किया था। मातर ने उनके गले पर चाकू से 10-15 पर बार हमला किया, जिसके बाद रुश्दी को एयर लिफ्ट करके एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि रुश्दी के गले और पेट पर चाकू के कई घाव थे। अभी उनकी सर्जरी की गई है।
33 साल पहले ईरान के धार्मिक नेता ने जारी किया था फतवा सलमान मुस्लिम परम्पराओं पर लिखे उपन्यास ‘द सैटेनिक वर्सेस’ को लेकर विवादों में रहे। ईरान के धार्मिक नेता अयातुल्ला खोमैनी ने 1989 में उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। हमले को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, ईरान के एक डिप्लोमैट ने कहा- हमारा इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है।