मध्यप्रदेश में टूटकर बरस रहे बादलों की वजह से एक बार फिर नदी-नाले उफना गए हैं। नर्मदा, शिप्रा, बेतवा, ताप्ती खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। ओंकारेश्वर-हलाली डैम ओवरफ्लो हो गए। तवा और इंदिरा सागर बांध के गेट खोलना पड़ गए। नर्मदापुरम, खंडवा, बैतूल, रायसेन, हरदा और धार के कई इलाकों में नर्मदा खतरे के निशान के करीब है। नदी किनारे रहने वालों को अलर्ट जारी किया गया है।
बुरहानपुर में ताप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बुधवार रात नदी का जलस्तर 227 मीटर पर पहुंच गया था, जो इस सीजन में अब तक का सबसे ज्यादा जलस्तर है। फिलहाल, ताप्ती नदी अब 224.200 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान से करीब साढ़े तीन मीटर ऊपर है। ताप्ती नदी के सभी घाट अभी डूबे हुए हैं।
आगे क्या...
अगले 4 दिन तक प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है। शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो यहां पर ढाई से आठ इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल-शहडोल संभाग में 4 इंच से ज्यादा बारिश होने का पूर्वानुमान है।
यहां बारिश होने के आसार
मौसम केंद्र, भोपाल के अनुसार इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि भोपाल और शहडोल में भी तेज बारिश होगी। बाकी जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।