जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी के दर्शन पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक जरूरी खबर आ रही है। अगर आप भी माता वैष्णो के दर्शन करना चाह रहे हैं तो ये खबर पढ़ लें। माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए RFID यात्रा कार्ड प्रक्रिया शुरु की गई है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने तीर्थ यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटी कार्ड RFID पेश की है। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटी कार्ड से तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा इसकी मदद से इमरजेंसी स्थिति में भी जरूरी तुरंत उठाए जा सकेंगे।
तीर्थयात्रियों पर रखी जाएगी नजर
हाल ही में मिली रिपोर्ट के मुताबिक कटरा से भवन तक की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को जारी की जाने वाली यात्रा पर्ची का व्यवस्था अब बंद कर दी गई है। अब माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी से एक्सेस कार्ड मिलेंगे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का कहना है कि इससे वास्तविक समय में भीड़ प्रबंधन करने में सहयोग मिलेगा। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन रेडियो तरंगों की फ्रीक्वेंसी पर आधारित आइडेंटिफिकेशन की जाती है। इस तकनीक का उपयोग स्वचालित रूप से या वस्तु या व्यक्ति की पहचान उन्हें ट्रैक करने के लिए किया जाता है। यह एक वायरलेस आइडेंटिफिकेशन तकनीक है।
यात्रियों को मिलेंगे एक्सेस कार्ड
श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वास्तविक समय में भीड़ मैनेजमेंट के लिए RFID से लैस यात्रा एक्सेस कार्ड पेश किए गए हैं। सुरक्षा कारणों से यह बहुत जरूरी कदम है। यात्रा को विनियमित करने के लिए इसके तहत सीसीटीवी कवरेज भी बढ़ाया गया है। उन्होंने आगे बताया कि 1986 से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जरूरी यात्रा पर्ची व्यवस्था बंद कर दी गई है। अब अगर श्रद्धालुओं को माता वैष्णो देवी के दर्शन करने हैं तो उन्हें इस यात्रा पर्ची के बजाय आधुनिक आरएफआईडी टैग दिया जाएगा जिसके बिना यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन नहीं कर सकेंगे।