प्रदेश में अगस्त-सितंबर में सत्र 2022-23 के लिए छात्रसंघ चुनाव होना प्रस्तावित है। इससे पहले वर्ष 2017 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। बीते 12 सालों में प्रदेश में महज दो बार 2011 और 2017 में ही छात्रसंघ चुनाव हुए हैं। इसके बावजूद बरकतउल्ला विवि और इससे संबद्ध कॉलेज हर साल चुनाव के नाम पर यूजी-पीजी के छात्रों से लाखों रुपए वसूल रहे हैं। दरअसल स्टूडेंट्स से छात्रसंघ चुनाव के लिए 25 रुपए फीस ली जाती है।
इसमें 10 रुपए कॉलेज और 15 रुपए विवि के रहते हैं। बरकतउल्ला विवि में 3 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनसे हर साल औसतन 70 से 75 लाख रुपए कॉलेज वसूल रहे हैं। इसमें से औसतन 40 लाख बीयू के खाते में जाते हैं। जबकि प्रदेश के विवि और कॉलेजों में यह आंकड़ा बढ़कर 2.5 से 3.5 करोड़ रुपए पहुंच जाता है।
स्टूडेंट्स से जो पैसा वसूला गया उसका जवाब मांगेंगे
एबीवीपी के एक बड़े आंदोलन के बाद सरकार को वर्ष 2017 में चुनाव कराने पड़े थे। उसके बाद से अब तक छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए। लेकिन इसके बाद भी चुनावों के नाम पर फीस ली जा रही है। इस राशि का हिसाब मांगा जाएगा।