पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह ने JDU की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। नालंदा के अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह ऐलान किया है। इससे पहले उन्होंने एक सादे कागज पर एक लाइन में अपनी बात लिखकर JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा भेजा। बता दें उनसे खरीदी गई संपत्तियों को लेकर JDU ने जवाब मांगा था। वो पहले से ही पार्टी से नाराज चल रहे थे। शनिवार को सामने आई शोकॉज की खबर ने आग में घी का काम किया है।
शनिवार देर शाम मुस्तफापुर में उन्होंने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। कहा कि JDU डूबता हुआ जहाज है। इसमें अब बचा क्या है? मैंने अपने सहयोगियों से कह दिया है कि जहां काम कर सकें, वहां चले जाएं। उन्होंने CM नीतीश कुमार को टारगेट करते हुए यह भी कहा कि वो सात जन्मों तक प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।
उन्होंने कहा कि हमें कोई लेटर नहीं मिला। मैं इस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहा हूं। एक बार पूछना चाहिए था। दो लोगों ने लेटर लिख दिया तो अब इतना हंगामा कर रहे हैं। मैं कैसे ऐसे लोगों के साथ रहूंगा। इसी पर मैंने निर्णय लिया है कि अब बहुत हो गया। मैं अब सीधे-सीधे पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने सभी सहयोगियों से कहूंगा कि जहां काम होना हो वहां चलो। अब मेरे जो सहयोगी हैं, वो एक-एक कर इस जहाज से उतर जाएंगे और यह डूब जाएगा।
अब कहां जाएंगे पर कहा - बात करेंगे
आगे उनसे जब पूछा गया कि अब क्या करेंगे, BJP के साथ जाएंगे या अपनी पार्टी बनाएंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अपने सहयोगियों से बात करेंगे। अपने पास ऑप्शन सब खुला हुआ है। फिर उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं क्या? तब उन्होंने कहा कि वो सात जन्मों तक प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।