बिलासपुर । सरकंडा पुलिस खासकर थाना प्रभारी ललिता मेहर की पहल पर डॉटर्स डे पर पुलिस की सूझबूझ और संवेदनशीलता ने एक बेटी को उसके परिवार वालों से मिलवाया । सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाले प्रकाश साहू की बहन 18 वर्षीय सृष्टि साहू शनिवार रात को ही किसी बात पर नाराज होकर घर में किसी को बिना बताए कहीं चली गई थी। परिजनों ने उसकी खूब तलाश की लेकिन नहीं मिली तो इसकी सूचना सरकंडा पुलिस को दी गई। जिसने तत्काल सृष्टि साहू की तलाश शुरू की जो राजकिशोर नगर में बीएसएनएल टावर के पास मिली। उसने बताया कि उसका घर में झगड़ा हो गया और वह घर में नहीं रहना चाहती इसलिए नाराज होकर घर से निकल आई है । घरवालों द्वारा बार-बार उसे मनाने पर भी वह घर जाने को किसी कीमत पर तैयार नहीं थी जिसके बाद उसे सरकंडा थाने लाया गया ,जहां ललिता मेहर ने उसे एक बहन की तरह समझाइश दी और समझाया कि इस तरह से घर से भाग जाने के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं जिसके बाद सृष्टि साहू को भी बात समझ में आई और वह घर जाने को तैयार हुई। आमतौर पर पुलिस को पत्थर दिल समझा जाता है और उससे संवेदनशीलता की अपेक्षा कम ही होती है लेकिन ललिता मेहर जैसी नई पौध की महिला पुलिस अफसर इस सोच को बदलने में लगी हुई है, जिनके प्रयास से एक बेटी सुरक्षित घर लौट पायी, नहीं तो अगर वह अपनी जिद पर अड़ी रहती तो पता नहीं उसके साथ क्या दुर्घटना घट सकती थी।