प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार(17 जनवरी) को जयपुर में पार्वती-कालसिंध-चंबल-ईआरसीपी परियोजना का शिलान्यास किया। भजनलाल सरकार के एक वर्ष पूरा होने के कार्यक्रम में पहली बार राजस्थान-मध्य प्रदेश की परियोजना के समझौते को भी सार्वजनिक किया गया। पीएम ने इस परियोजना में देरी के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाधान की बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को ही बढ़ावा देती रही।
मोदी ने कहा कि इस परियोजना के समझौते पर हस्ताक्षर वाली मप्र और राजस्थान के सीएम की फोटो कोई सामान्य नहीं है। आने वाले सालों में देशभर के लोग ये फोटो दिखाकर उनके राजनेताओं से पूछेंगे कि आप पानी पर राजनीति ही करते रहे। पानी समुद्र में बह गया, लेकिन एक कागज पर दस्तखत क्यों नहीं कर पाए।
इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि ये 20 साल पुराना झगड़ा था। दोनों प्रदेश में ये जल की सौगात पीएम मोदी की वजह से ही पूरी हो पाई है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि इस परियोजना से राजस्थान के 21 जिलों का फायदा होगा। यहां की 2.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर भी सिंचाई हो सकेगी। इस दौरान पीएम ने केंद्र और राज्य की 46 हजार करोड़ से ज्यादा योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 4 बड़ी बातें
1. जल विवाद के लिए कांग्रेस जिम्मेदार: प्रधानमंत्री ने ईआरसीपी और पहले के जल विवादों को लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि लोग उनसे जरूर पूछेंगे कि कौनसे कर्म की वजह से ईआरसीपी समझौता नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि आज जो हुआ है वो बहुत ही असाधारण घटना है।
2. पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत को किया याद: मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था तब हमने बिना किसी झगड़े के नर्मदा का पानी राजस्थान को दिया। उस समय भैरोंसिंह जी-जसवंत सिंह जी मिलने के लिए आए थे। भैरोंसिंह जी की तो उंगली पड़कर हम कई लोग बड़े हुए हैं। वह आकर मेरे सामने बैठे नहीं, वह मेरा सम्मान करना चाहते थे, मैं यह देखकर मैं अवाक था।
3. मोदी की गारंटी, राजस्थान के सभी घरों तक पहुंचेगा पानी: ताजा समझौते से राजस्थान को पानी मिलने का दावा भी किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान के 100 फीसदी घरों में नल से जल पहुंचेगा। केंद्रीय जल मंत्री इस अभियान को हाथ में ले रहे हैं।उन्होंने कहा कि रूफटॉप सोलर स्कीम में भी राजस्थान को फायदा हुआ है।
4. पेपरलीक के लिए फिर कांग्रेस पर आरोप: पेपरलीक राजस्थान की पहचान बन चुका था। युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही थीं। भाजपा सरकार आने के बाद परिस्थितियां बदली हैं। पेट्रोल-डीजल भी सस्ता मिल रहा है।
क्या है पीकेसी-ईआरसीपी योजना...
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दूसरे कार्यकाल में साल 2017 में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का ड्राफ्ट तैयार किया गया था।
बताया जाता है कि यह परियोजना उन्हीं की देन है। इसके अंतर्गत पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदी को जोड़ने की रूपरेखा तैयार की गई थी।
इसके जरिए पूर्वी राजस्थान के जयपुर, झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, गंगापुर सिटी, ब्यावर, केकड़ी, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, डीग और जयपुर ग्रामीण को जल संकट से छुटकारा मिलेगा। पेयजल के साथ किसानों को सिंचाई के लिए भी जरूरत का पानी मिल सकेगा।