भोपाल । मध्यप्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव अपने आप में बड़े रोचक हैं। चुनाव का मैदान वही है, मतदान करने वाली जनता भी वही और जीत के लिए लड़ रहे खिलाड़ी भी वही हैं, लेकिन उनके दल बदल गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में आए, विधायकों का चुनाव चिह्न बदला तो दूसरी पार्टी में दल बदलू नेताओं पर दांव लगा दिया। दल-बदल के खेल में स्थिति यह हो गई है कि अब नेताओं की जुबान भी फिसलने लगी है। सालों तक जिस पार्टी और प्रत्याशी का नाम मंच से चिल्लाते रहे, वो नाम अब भी उनके मुंह से निकल जा रहा है।
बसपा प्रत्याशी के समर्थन में मंगलवार को वोट मांगने आए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल कांग्रेस प्रत्याशी प्रागीलाल के समर्थन में वोट मांग बैठे। जब तक अपनी गलती का अहसास हुआ, तब तक सभा स्थल पर मौजूद लोगों ने इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया और वीडियो वायरल हो गया। इसके पहले तक प्रागीलाल जाटव बसपा में थे। उपचुनाव में जसमंत जाटव के भाजपा में जाने के बाद वे कांग्रेसी हो गए। इससे पहले खंडवा जिले की मांधाता सीट के भाजपा प्रत्याशी नारायण पटेल के साथ हुआ। वे एक सभा में लोगों से कांग्रेस को वोट डालने की अपील कर बैठे। इसके बाद पास बैठे एक नेताजी ने याद दिलाया कि अब आप कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ चुके हैं, तब तक पंडाल में ठहाके गूंज उठे थे।
शिवपुरी में पोहरी और करैरा में उपचुनाव होने जा रहा है। दोनों ही जगह पर भाजपा और कांग्रेस की ओर से जो प्रत्याशी हैं, वे भी दल बदल चुके हैं। पोहरी से सुरेश राठखेड़ा कांग्रेेस से भाजपा में आए। इनके विरोध में खड़े कांग्रेस प्रत्याशी हरिवल्लभ शुक्ला ने एक नहीं, बल्कि बार-बार दल बदला है। यही हाल करैरा विधानसभा का है। जसमंत जाटव ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आ गए। कांग्रेस ने भी अपने किसी नेता पर भरोसा जताने के बजाए प्रागीलाल जाटव को मैदान में उतार दिया। इसके पहले तक प्रागीलाल जाटव बसपा में थे।