वन कर्मियों पर हुई एफआईआर किया विरोध, वन कर्मियों ने कलेक्ट्रेट में 4 सूत्री मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
अशोकनगर। विगत दिनों विदिशा जिले की लटेरी में हुई घटना के मामले में मजिस्ट्रियल जांच कराने की मांग का बन कर्मियों ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने बताया कि आत्मरक्षा के लिए जो नियम बनाए गए हैं। उन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जबकि लटेरी क्षेत्र में वन कर्मियों के द्वारा अपने बचाव में गोली चलाई थी और जिस व्यक्ति की गोली लगने से मौत हुई है उस पर लकड़ी चोरी के पहले से भी मामले दर्ज थे। ज्ञापन में बताया कि, लकड़ी चोरी कर रहे लोगों ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया था। जिसके बचाव में उनके द्वारा हवाई फायरिंग की गई थी।इस मामले में कोई जाॅच नहीं की गई जबकि, वन कर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज ककर दिया गया और मृतक के परिवार को मुआवजा राशि के साथ एक व्यक्ति को शासकीय सेवा में रखने की घोषणा कर दी है। वन कर्मियों की कोई सुनवाई भी नहीं हुई।
यह रखी मांगे:
मुख्य वन संरक्षक को जब वन बल प्रमुख का दर्जा प्राप्त है तब उसी आधार पर उनके अधिनस्थ मैदानी वन कर्मचारियों को तत्काल वन बल घोषित किया जाए। आईपीसी के तहत वनक्षेत्रों में घटित समस्त अपराधों को रोकने की शास्तियां प्रदान कि जाएं। सच सामने आ सके इसलिए सन्दिर्मित पत्रों और सीआरपीएफ की धारा 197 (3) के अनुसार चालन की घटना में वन कर्मचारियों के विरुद्ध की जाने वाली एफआईआर में गिरफ्तारी के पहले मजिस्ट्रियल जाँच कराई जाए। वर्तमान में इन पत्रों/नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। इन्हें लागू करने के तत्काल निर्देशित किया जाए। वनमण्डल विदिशा में पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है। उस पर की जाने वाली कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाते हुए मजिस्ट्रियल जाँच कराई जाए।