स्वदेश शर्मा:-
उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने घोषित की पन्द्रह उम्मीदवारों की सूची अशोकनगर में कांग्रेस की आशा और भाजपा के जज्जी के बीच मुकाबला।
अशोकनगर:- उपचुनावों को लेकर कांग्रेस में लंबे समय से तैयारियां चल रही थीं, औऱ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा सभी सीटों पर अपने स्तर से कई सर्वे कराए थे। जिनको देखकर कहा जा रहा था कि कांग्रेस उपचुनाव में मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारेगी लेकिन जिन पन्द्रह उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है उनमें अशोकनगर प्रत्याशी का नाम देखकर कहा जा सकता है कि कहीं न कहीं कमलनाथ का सर्वे फैल साबित हुआ है। यदि अशोकनगर विधानसभा की बात की जाये तो यहां भाजपा हमेशा से मजबूत रही है ऐसे में कायस लगाये जा रहे थे कि कांग्रेस ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाएगी जो जिसका राजनीतिक सफर लम्बा होगा। लेकिन यहां जिस महिला को उम्मीदवार बनाया गया है जो कभी पार्षद तक का चुनाव भी नही लड़ी है। जिसको देखकर क्षेत्र के लोगों की जो प्रतिक्रिया आ रही है उसमें यही कहा जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा भाजपा को बाक ओवर दिया गया है।
भाजपा को झटका देने के बाद आशा से उम्मीद :-
कुछ दिनों पहले कांग्रेस ने अशोकनगर विधानसभा में भाजपा को तगड़ा झटका दिया था और यहां सी भाजपा अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष हरिबाबू राय , भाजपा के कद्दावर नेता गोपाल कौल को सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी जिसको देखकर व सर्वे को देखकर कहा जा रहा था कि कांग्रेस कांटे से कांटा निकालने की जुगत में है। वहीं त्रिलोक अहिरवार, रमेश इटौरिया जैसे बरिष्ट व सक्रिय कांग्रेसी भी दावेदारी कर रहे थे और सर्वे मैं भी नाम सामने आ रहा था। लेकिन कमलनाथ ने सबको चौकाते हुए जिस महिला उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाया है उसके बाद लोगों में कहीं न कहीं कांग्रेस व कमलनाथ को कोसते देखा जा रहा है।
सिंधिया पर आरोप लगाने का दिया ईनाम:-
यदि अशोकनगर की बात की जाए तो यहां यही कहा जायेगा कि कमलनाथ ने जो टिकिट दिया है वह सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टिकिट के बदले पैसा लेने का गंभीर आरोप लगाने का ईनाम है। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस उम्मीदवार बनाई गई आशा दोहरे की सास कांग्रेस की पार्षद अनिता जैन ने सिंधिया पर पैसों का गंभीर आरोप लगाया था और सिंधिया व अनिता जैन का ऑडियो भी जमकर बायरल हुआ था जिसने प्रदेश भर में हल्ला मचाया था। और यह टिकिट भी इसी आरोप का ईनाम है ऐसा अशोकनगर की जनता द्वारा कहा जा रहा है। लेकिन अब ये तो वक्त ही बताएगा कि कमलनाथ का सर्वे सही है या फिर लोगों का नजरिया। फिलहाल जो भी हो टिकिट घोषित होते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गईं हैं।