मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास और जन-कल्याण के लिए देश में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं में मध्यप्रदेश अग्रणी स्थान पर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास, मातृ वंदना और प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना में मध्यप्रदेश की उपलब्धि की प्रशंसा की है। उन्होंने प्रदेश में नगरों और ग्रामों के गौरव दिवस के लिए की गई पहल और राज्य शासन द्वारा मेडिकल की पुस्तकें हिन्दी भाषा में प्रकाशित करने की भी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि हिन्दी में विकसित यह पुस्तकें अन्य राज्यों को भी भेजी जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जाना है। सभी विभाग इसके लिए आवश्यक कार्य-योजना बनाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान दिल्ली में सम्पन्न मुख्यमंत्री परिषद की बैठक के संदर्भ में मंत्रालय में मंत्रीगण की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव तथा सचिव उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशा के अनुरूप जन-कल्याण के लिए संचालित कार्यक्रम और योजनाओं में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को समय-सीमा में लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है। विकास और जन-कल्याण के कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत उपलब्धि दर्ज करना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित कर योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। योजनाओं में लक्ष्य प्राप्ति की प्रति सप्ताह, पाक्षिक और मासिक आधार पर समीक्षा हो। सभी विभागों के प्रमुख सचिव, मंत्री से समन्वय कर कार्य-योजना विकसित कर गतिविधियाँ संचालित करें। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, स्वामित्व, किसान क्रेडिट कार्ड आदि योजनाओं के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। विभागीय अधिकारी समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, पीएम किसान सम्मान निधि आदि योजनाओं में अब तक की हमारी उपलब्धि लगभग शत-प्रतिशत रही है। अधिकांश योजनाओं में उपलब्धि 90 प्रतिशत से अधिक है। भविष्य में भी योजनाओं के क्रियान्वयन में हमें शीर्ष पर रहना है। योजनाओं के लक्ष्य प्राप्ति की प्रगति के संबंध में मुख्यमंत्री स्तर पर नियमित बैठकें होंगी। विभागीय मंत्रियों का दायित्व है कि वे उनके विभाग में संचालित योजनाओं का समय-सीमा में क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। मंत्रीगण विभागीय योजनाओं के संबंध में सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहें। साथ ही आकांक्षी जिलों के प्रभारी मंत्री जिलों में रात्रि विश्राम अवश्य करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि सभी योजनाओं में डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आधार कार्ड का दुरूपयोग न हो। बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन की प्रक्रिया आरंभ की जाए। प्रारंभिक स्तर पर शासकीय कार्यालयों और शासकीय विद्यालयों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में प्रक्रिया आरंभ करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जीएसटी का दायरा बढ़ाने के लिए राजस्व संग्रहण से संबंधित विभिन्न विभाग विशेष रूप से प्रयास करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहरों में पेयजल सहित जनोपयागी सुविधाएँ लोगों को सरलता से प्राप्त हों, इस ओर ध्यान देना आवश्यक है। शहरी क्षेत्र में स्वनिधि योजना के साथ विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से जीवंत संवाद बनाए रखना जरूरी है। नगरीय नियोजन में यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रमिक वर्ग के रहने की व्यवस्था शहरों में सुगम स्थल पर हो। पुलिस थाने बनाते समय थाने के ऊपर ही पुलिसकर्मियों के आवास की व्यवस्था भी की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कर्मचारियों के नियमित प्रशिक्षण की व्यवस्था हो। सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएँ, जो आने वाले मरीजों, उनके परिजन और सहयोगियों को आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग उपलब्ध कराएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण क्षेत्र के परंपरागत कारीगरों के प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करे। प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनना है, इनमें दान की राशि और सीएसआर के संसाधनों का उपयोग किया जाए। अमृत सरोवरों का शुभारंभ अधिक से अधिक ग्रामीणों को जोड़ते हुए उत्साह और उल्लास के साथ करें। जिन नगरों और ग्रामों में गौरव दिवस होना शेष है, वहाँ भी तिथि निर्धारित कर आयोजन किए जाएँ। साथ ही अस्पतालों, शालाओं, महाविद्यालयों से समाज के जुड़ाव को बढ़ाने के लिए भी पहल करना जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आँगनबाड़ियों के संचालन से समाज को जोड़ने के लिए गतिविधियाँ संचालित करें। आँगनबाड़ियों के लिए खिलौने देने या समाज के लोगों द्वारा अन्य सामग्री उपलब्ध कराने अभियान का रूप दिया जाए। सभी शालाओं में शिक्षकों की फोटो लगवाना भी सुनिश्चित किया जाए। महाविद्यालयों की रैकिंग की व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्रीगण के साथ 15 अगस्त के बाद चिंतन शिविर होगा।। अधिकारियों के साथ भी दो दिवसीय चिंतन शिविर होगा। मंत्रीगण के स्टाफ के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में खेल की संस्कृति को विकसित करने के लिए विशेष प्रयास आवश्यक हैं। खेल, जीवन में उत्साह और आनंद का संचार करते हैं। खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए समन्वित कार्य-योजना विकसित की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में बने खेल मैदानों को सुरक्षित रखने और उनमें गतिविधियाँ संचालित करने के लिए खेल से जुड़ी संस्थाओं और खेल विभाग के साथ मिलकर कार्य-योजना बनाई जाए। विद्यार्थियों में देश-प्रेम और अनुशासन की भावना विकसित करने के लिए अधिक से अधिक विद्यार्थियों को एनसीसी से जोड़ा जाए। साथ ही फिजियोथेरेपी और योग को जोड़ने की दिशा में भी संबंधित विभाग परस्पर समन्वय से कार्य-योजना विकसित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राशन कार्ड के परीक्षण का अभियान चला कर फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए जाएँ। साथ ही राशन दुकान आवंटन की पारदर्शी प्रक्रिया बनाकर दुकानें आवंटित करने कार्य-योजना बनाई जाए। राशन दुकानों को राशन माफिया से मुक्त करना जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में वैश्विक स्तर के मापदण्डों का राज्य में क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर "एक जिला-एक उत्पाद" की सामग्री के स्टॉल लगाए जाएँ। प्रदेश में उत्पादित सामग्री की बिक्री को प्रोत्साहित करने त्यौहारों पर विशेष अभियान चलाया जाए। स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की खपत बढ़े इस उद्देश्य से जन-सामान्य को प्रेरित करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2023 में मिलेट मिशन में विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जाना है। जन-सामान्य को कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा जैसी फसलों के लाभ की जानकारी देकर इसके उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहित करना तथा किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "हर घर तिरंगा" अभियान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त सभी स्थानों पर उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाए।