मौत के बाद भी नहीं छोड़ रहे अमानवीयता
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद उनके कीमती सामान की चोरी हो जा रही है। मामला सिविल अस्पताल का है, जहां से इस तरह की चोरी की चार शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कुबेरनगर के छारानगर में रहने वाले 45 वर्षीय उमेश तमाशे को 11 मई को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 16 मई को वेंटिलेटर पर रखे जाने के बाद उनका निधन हो गया। जब परिवार उनकी बॉडी लेने गया तो देखा कि उनकी 10 हजार रुपये कीमत की टाइटन घड़ी और 20,000 रुपये की कीमत का वीवो का स्मार्टफोन गायब था।
शिकायत के बाद भी लापरवाही
14 मई तक उमेश नियमित रूप से अपने रिश्तेदारों के साथ फोन पर संपर्क में थे। ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने वाले उमेश के रिश्तेदार रॉक्सी गागडेकर के अनुसार, उसी शाम मरीज को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया और फिर उससे संपर्क नहीं हो सका। अगले दिन, फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से उनकी बहन कल्पना को एक अश्लील मैसेज मिला। चूंकि उमेश वेंटिलेटर पर थे, इसलिए उनका परिवार चिंतित हुआ कि कोई और उनके फोन का इस्तेमाल कर रहा है। जब उमेश के परिवार के लोगों ने इस मुद्दे को लेकर अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. मैत्रेय गज्जर को फोन किया, तो उन्होंने भी कोई सहयोग नहीं किया। उन्होंने सा कहा कि फोन की जिम्मेदारी हमारी नहीं है, आप पुलिस में शिकायत करिए।
जांच में जुटी पुलिस
इस तरह की चोरियों से जहां हॉस्पिटल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं यह भी पूछा जा रहा है कि आखिर शिकायत के बाद भी अस्पताल प्रशासन ऐक्टिव मोड में क्यों नहीं आया। वहीं दूसरी ओर पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। शाहीबाग पीआई एके पटेल ने कहा, हमें चोरी की शिकायत मिली है। हमारी जांच जारी है, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं मिला है।