भोपाल । प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नगर निगम चुनाव लडऩे वाले दावेदारों को निर्देश दिए हैं कि चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं और सबसे पहले अपने वार्ड में जो मतदाता सूची है उसमें हुई गड़बडिय़ों का पता लगाकर निर्वाचन कार्यालय के समक्ष आपत्ति दर्ज कराकर मतदाता सूची में सुधार करवाएं।
नगर निगम चुनाव के लिए वार्डों का परिसीमन हो चुका है। तमाम दावेदार अपने स्तर पर अपने वार्ड से दावेदारी जता रहे हैं। हालांकि शहर कांग्रेस कमेटी ने स्पष्ट किया है कि तीन तरह के सर्वे में जो जीतने योग्य प्रत्याशी होगा उसे ही टिकट देने की अनुशंसा की जाएगी। इसी बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्देश जारी किया है कि जो व्यक्ति नगर निगम का चुनाव लडऩा चाहता है वह वार्ड में सक्रिय होकर जनता के सुख-दु:ख में खड़े होकर उनकी समस्याओं का निराकरण कराने के लिए मैदान संभाल ले।
भाजपा में नई पीढ़ी पर होगा जोर
राजधानी में वार्डों के आरक्षण में उलझे राजनैतिक समीकरणों को सुलझाने के लिए बिना देरी राजनैतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। जिला भाजपा ने आरक्षण के हिसाब से संभावित दावेदारों का खाका खींचना शुरू कर दिया है। उधर, कांग्रेस ने भी वार्डों में भावी प्रत्याशियों की मजबूती के लिए विचार मंथन शुरू कर दिया है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी ने बताया कि निकायों के चुनावों को लेकर भाजपा की तैयारी पहले से ही रही है, लेकिन इस बार युवा प्रत्याशियों को मैदान में उतारने का जोर रहेगा। उधर, सूत्रों की माने तो भाजपा ने वार्डों में प्रत्याशियों को लेकर सर्वे की तैयारी भी की है। इसमें आरक्षण के कारण पूर्व पार्षदों को अन्य वार्डों से टिकट देने को लेकर भी विचार मंथन किया जाएगा। साथ ही वार्डों में भाजपा प्रत्याशी की मजबूती का पूरा गणित भी तैयार किया जाएगा।
कांग्रेस ने शुरू की रायशुमारी
बीते निकाय चुनावों में राजधानी में कांग्रेस के हाथ कुल 26 सीट हाथ लगी थीं। तब टिकट वितरण पर कई सवाल कांग्रेस में खड़े हुए थे। इस बार कांग्रेस टिकट वितरण में कोई चूक नहीं करना चाहती। लिहाजा शुक्रवार से ही कांग्रेस ने रायशुमारी का दौर शुरू कर दिया है। इसकी अंतरिम रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है। वार्ड आरक्षण के चलते कांग्रेस के दमदार पूर्व पार्षदों में शामिल गुड्डू चौहान, मोनू सक्सेना, अमित शर्मा, मो. सगीर, मो. सउद, अब्दुल शफीक समेत गिरीश शर्मा को अन्य वार्डों से चुनावी जमीन तलाशनी होगी। उधर, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद व पीसी शर्मा ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बातचीत भी की।
पूर्व पार्षदों के कार्यकाल पर भी मंथन
शहर सरकार की सत्ता में रही भाजपा में ऐसे वार्डों पर भी विचार मंथन किया जा रहा है, जहां आरक्षण से बदलाव नहीं हुआ है या पूर्व पार्षद की पति-पत्नी को टिकट दिया जा सकता है। इसके लिए भाजपा ने पूर्व पार्षदों के पूरे चि_े को खोलना शुरू किया है। पूर्व महापौर आलोक शर्मा, एमआईसी सदस्य रहे कृष्ण मोहन सोनी और निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान को जिम्मेदारी इसकी जिम्मेदारी सौपी जाएगी। बता दें कि सोनी व चौहान ने चुनाव नहीं लडऩे की बात कही है। महापौर पद की दावेदारी में इन नेताओं का नाम सामने आ रहा है।