प्रवासी मजदूरों के साथ गांवों में पहुंचा कोरोना
नई दिल्ली। देश के तमाम राज्यों में कोरोना के नए मामले आने के साथ ही शनिवार को देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 90,000 के पार पहुंच गई। यह 90,648 हो गई है। नए मामलों में ज्यादातर उन लोगों से जुड़े हैं जो विदेश से लौट रहे हैं या देश के बड़े शहरों से अपने-अपने घर पहुंच रहे हैं और इस घातक कोरोना वायरस संक्रमण को अपने साथ गांवों तक लेकर जा रहे हैं। देश के बड़े शहरों की स्थिति अभी भी सबसे खराब है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों में से 50 प्रतिशत से ज्यादा लोग महज पांच शहरों मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई और पुणे में रहते हैं। इन पांचों शहरों में करीब 46,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। देश में अभी तक करीब 2,800 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण से हुई है जिनमें से करीब आधे इन पांच शहरों से हैं।
प्रवासी मजदूरों के लिए हालात और खराब
कोरोना और उसके कारण लॉकडाउन से परेशान प्रवासी श्रमिकों के लिए स्थिति और ज्यादा खराब और जानलेवा साबित हो रही है। शनिवार को अपने-अपने घर लौटने की चाह में निकले कम से कम 35 प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए हैं, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इनमें से ज्यादातर ट्रकों से अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे थे, जबकि कुछ अन्य ऑटोरिक्शा ले कर घर जा रहे थे।
रोगियों की संख्या में भारत 11वें नंबर पर
दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या के आधार पर भारत 11वें स्थान पर है। वहीं अमेरिका, रूस, ब्राजील, फ्रांस, इटली, स्पेन और पेरु के बाद भारत ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए लोगों का इलाज चल रहा है।