मप्र में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव पूरे होते ही कांग्रेस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। PCC चीफ कमलनाथ ने सभी जिलों के संगठन प्रभारी बदल दिए हैं। जिलों के नए इंचार्ज को पीसीसी की तरफ से ये निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने प्रभार के जिलों में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करके संगठन में नए एक्टिव वर्कर्स को जोडें। पीसीसी चीफ ने माधवराव सिंधिया के करीबी रहे बालेन्दु शुक्ल को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के गृह जिले मुरैना का प्रभारी बनाया है।
निकाय चुनाव में मिली कामयाबी से कांग्रेस उत्साहित
मप्र में हुए नगरीय निकायों के चुनावों में कांग्रेस को पिछले चुनाव की तुलना में बढ़त मिली है। ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, छिंदवाड़ा नगर निगम में महापौर बनाने में कामयाब होने के बाद कांग्रेस कई जिलों में नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष बनाने में सफल हुई है। शहरी क्षेत्रों में बढ़त मिलने से उत्साहित कांग्रेस ने अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।
पीसीसी को रिपोर्ट करेंगे जिला प्रभारी
जिलों में नियुक्त किए गए कांग्रेस के संगठन प्रभारी अपनी रिपोर्ट सीधे पीसीसी चीफ को देंगे। इसके साथ ही जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मंडलम, सेक्टर के गठन के संबंध में अपडेट जानकारी लेकर गठन के कार्य को शीघ्र पूर्ण कराना और जहां पर मंडलम सेक्टर का पूर्ण गठन हो गया हो उसका सत्यापन करना प्रभारी की जिम्मेदारी होगी।
हर विधानसभा में बाल कांग्रेस की टीम भी बनेगी
कमलनाथ जिला प्रभारियों को हर विधानसभा क्षेत्र में बाल कांग्रेस का गठन कर एक कैप्टन और एक वाइस कैप्टन के नाम प्रदेश कांग्रेस को भेजने के लिए कहा है। पीसीसी चीफ ने नेताओं को निर्देश दिए हैं कि अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों से कांग्रेस के परिवारजनों के बच्चों को भी बाल कांग्रेस का सदस्य बनाएं।
नरोत्तम के क्षेत्र में कमलेश्वर पटेल बने प्रभारी, भोपाल में मुकेश नायक इंचार्ज
पीसीसी चीफ ने अधिकांश नेताओं को उनके पड़ोसी जिलों की जिम्मेदारी दी गई है ताकि प्रभार के जिलों में आसानी से जाकर संगठन खड़ा कर सकें। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर(मुरैना) को श्योपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा के दतिया जिले का प्रभारी बनाया गया है। ग्वालियर महल की करीबी रहीं रश्मि पवार शर्मा को शिवपुरी,पूर्व मंत्री तरुण भनोट को बालाघाट और मुकेश नायक को राजधानी भोपाल का प्रभारी बनाया गया है। वहीं बृजबिहारी पटेल को अनूपपुर, उमरिया और मुजीब कुरैशी को मंदसौर, नीमच का इंचार्ज बनाया गया है।
13 जिलों में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं
एमपी के 52 जिलों में से 13 ऐसे हैं, जहां से कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। इन जिलों में 42 विधानसभा की सीटें हैं अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए पार्टी ने इन जिलों में वरिष्ठ नेताओं को मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह, अजय सिंह, राजमणि पटेल सहित अन्य नेता शामिल हैं। नवंबर 2020 में हुए उपचुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति में परिवर्तन आया है। खंडवा में मांधाता, बुरहानपुर में नेपानगर, मंदसौर में सुवासरा और निवाड़ी जिले में पृथ्वीपुर सीट पर चुनाव हारने के बाद इन जिलों में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं है।
इन जिलों में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं
टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, हरदा, नर्मदापुरम, सीहोर, खंडवा, बुरहानपुर, नीमच और मंदसौर ।
इन नेताओं को बनाया जिलों का प्रभारी