उधर, रविवार को प्रदेश में सबसे कम चार डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड हुआ। मंडला में शीतलहर का प्रभाव रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा। भिंड, मुरैना एवं ग्वालियर में घना कोहरा रहा। लगातार तीसरे दिन ग्वालियर एयरपोर्ट पर सुबह के समय दृश्यता शून्य पर पहुंच गई थी। खजुराहो एवं रीवा एयरपोर्ट पर दृश्यता 50 मीटर रही।
प्रदेश के 17 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। रविवार को सीधी, सतना, रीवा एवं खजुराहो में शीतल दिन रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान एवं उससे लगे जम्मू के आसपास हवा के ऊपरी भाग में द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान एवं उससे लगे पाकिस्तान पर भी हवा के ऊपरी भाग में प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। उत्तरी पंजाब से लेकर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात से होकर गुजर रही है। उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है।
हवाओं के साथ नमी आने के कारण प्रदेश में अधिकतर जिलों में बादल छाने लगे हैं। इस वजह से रविवार को अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को न्यूनतम के अलावा अधिकतम तापमान में भी कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने और हवाओं का रुख उत्तरी होने पर सात जनवरी से रात के तापमान में फिर गिरावट होने लगेगी।