पोलियो सुरक्षा चक्र बनाए रखने के लिए 8 दिसंबर को जन्म से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पोलियो की खुराक पिलाकर सीएम निवास से किया। अभियान के तहत प्रदेश के 16 जिलों में 5 साल तक की उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर रखा है। इसे लेकर हमने मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग को एक किया है। हमारे हर लोक सभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज हैं, आज की स्थिति में 30 कॉलेज हैं, वहीं 8 निर्माणाधीन है। अगले डेढ़ साल में यह संख्या करीब 52 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे।
भोपाल में साढ़े तीन लाख से अधिक बच्चों को दवा की खुराक दी जाएगी। दूसरी तरफ ट्रेनों में भी अभियान के तरह दवा पिलाई जाएगी। भोपाल रेल मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों एवं स्टेशन पर भी बच्चों को प्लस पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभियान के पहले दिन ही अधिक से अधिक बच्चों को पोलियो बूथ पर दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं, इसके लिए भोपाल जिले में 3,020 पोलियो बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों पर 6,075 टीका कर्मी दवा पिलाएंगे।
शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं और प्राइवेट संस्थाओं में भी पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ईट भट्टे, क्रेशर, निर्माण स्थल, मेला स्थल, बाजारों में भी दवा पिलाने की व्यवस्था की गई हैं। अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नर्सिंग कॉलेज एवं एनजीओ द्वारा भी सहयोग दिया जा रहा हैं।
बता दें प्रदेश भर में 38 लाख बच्चों को दवा पिलाने का टारगेट स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पोलियो अभियान प्रदेश के 16 जिलों के लिए रखा गया है। इसके लिए प्रदेश भर में 28 हजार बूथ बनाए हैं, यह 38 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का टारगेट है, इसके अलावा 420 मोबाइल टीम भी बनाई है।
इस अभियान में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन के अलावा WHO का सहयोगी के रूप में विभाग के साथ शामिल हैं।