भारत ने जताया था विरोध
पहले
इस चीनी शिप के 11 अगस्त को हंबनटोटा पहुंचने की उम्मीद थी। जासूसी के
खतरे को देखते हुए भारत ने इसे लेकर श्रीलंका के सामने विरोध दर्ज कराया
था। दरअसल, हंबनटोटा पोर्ट से तमिलनाडु के कन्याकुमारी की दूरी करीब 451
किलोमीटर है। इसके बावजूद श्रीलंका ने इसे हंबनटोटा पोर्ट पर आने की अनुमति
दी। अब भारत इसको लेकर अलर्ट पर है। इंडियन नेवी की शिप के मूवमेंट पर
कड़ी नजर है।
श्रीलंका बोला- चीन से जहाज की यात्रा स्थगित करने के लिए कहा
श्रीलंका
ने पुष्टि की है कि उसने चीन से युआन वांग 5 जहाज की हंबनटोटा पोर्ट की
यात्रा स्थगित करने के लिए कहा। इसके बाद चीनी दूतावास ने श्रीलंका सरकार
से जहाज को डॉक करने के लिए जरूरी मदद प्रदान करने का अनुरोध किया। 12
अगस्त को चीनी दूतावास ने श्रीलंका के विदेश मंत्रालय को एक नोट भेजा।
इसमें लिखा था कि जहाज युआन वांग -5 को 16 अगस्त को हंबनटोटा पोर्ट पर
पहुंचेगा और 22 अगस्त तक रहेगा।