दिल्ली और बेंगलुरू एयरपोर्ट ने घरेलू यात्रियों के फेशियल रिकग्निशन (FR) के लिए एक ऐप 'डिजियात्रा' लॉन्च किया है। इस ऐप के लॉन्च होने से अब यात्रियों को एयरपोर्ट पर एंट्री में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी। अभी ऐप का बीटा वर्जन लॉन्च हुआ है और जल्द ही इसे फुल स्केल पर पेश किया जा सकता है।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अनुसार इस ऐप की मदद से चेहरे की पहचान के आधार पर सभी चेकप्वाइंट पर यात्रियों की एंट्री होगी। एयरपोर्ट की एंट्री, सिक्योरिटी चेक और बोर्डिंग गेट तीनों जगहों पर ऐप से ही काम हो जाएगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर अभी इसे घरेलू यात्रियों के लिए टी3 टर्मिनल पर शुरू किया गया है।
अभी एंड्रॉयड यूजर्स को मिलेगी सुविधा
वहीं
बेंगलुरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL) ने एक बयान में बताया कि इस
ऐप के बीटा वर्जन को विस्तारा और एयर एशिया की उड़ानों में टेस्ट किया गया
है। डिजियात्रा ऐप का बीटा वर्जन एंड्रॉयड ओएस के लिए प्लेस्टोर पर उपलब्ध
है। अगले कुछ सप्ताह के दौरान यह ऐप एप्पल के IOS प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध
हो जाएगा। अभी डिजियात्रा ऐप का इस्तेमाल करना अनिवार्य नहीं किया गया है,
जो यात्री इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं, वे इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
अभी ऑप्शनल रहेगा ऐप का इस्तेमाल
रजिस्ट्रेशन
के लिए यात्रियों को आधार के डिटेल्स देने होंगे। इसके अलावा उन्हें
कोविड-19 वैक्सीनेशन की जानकारियों के साथ एक सेल्फी अपलोड करने की जरूरत
होगी।
क्या है फेशियल रिकग्निशन सिस्टम?
ये
बायोमेट्रिक सिस्टम है जो व्यक्ति की पहचान उसके चेहरे, आंखों, मुंह के
कॉम्बिनेशन से करती है। इसमें चेहरे के सभी एलिमेंट खासकर आंखें और मुंह को
रीड किया जाता है। फिर पहचान के लिए चेहरे की 3D इमेज बनाकर डेटाबेस में
सेव की जाती है। इस तकनीक का आविष्कार अमेरिकी वैज्ञानिकों की टीम ने किया
था। इसमें वूडी ब्लेडसोए, हेलेन चान वूल्फ और चाल्र्स बाइसन शामिल थे।
FR सिस्टम कैसे करता है काम?