24-25 फरवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मप्र का फोकस नए क्षेत्रों में निवेश लाने पर होगा। प्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा आर्टिफिशियल और साइबर सिक्योरिटी जैसी तकनीकों का हब बनाने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा।
साथ ही स्मार्ट शहरों को बढ़ावा देने के लिए डेवलपर्स से चर्चा होगी ताकि प्रदेश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो।समिट में मप्र को आईटी और टेक्नोलॉजी हब बनाने पर चर्चा होगी। मुख्य फोकस इस बात पर होगा कि एआई, डाटा एनालिटिक्स और साइबर सिक्योरिटी जैसे नए तकनीकी क्षेत्रों की फर्म्स मप्र में आएं और अपना ठिकाना बनाएं।
ये भी प्रयास होगा कि स्टार्टअप्स और आईटी कंपनियों के बीच सहयोग बढ़े। यह प्रयास होगा कि मप्र के डिजिटल नवाचार और ई गवर्नेंस के प्रोजेक्ट और मजबूत हों। आईटी और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में युवाओं के लिए सीखने और नौकरियों के अवसर बढ़ाने पर भी प्रयास होगा। मप्र द्वारा बीते साल निवेश आकर्षित करने के हिसाब से नई आईटी पॉलिसी जारी कर चुका है।
स्मार्ट शहरों पर फोकस सरकार का फोकस इस बात पर होगा कि निजी क्षेत्र की साझेदारी से प्रदेश में स्मार्ट शहर बनें और ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो। शहरी विकास की उन तकनीकों को लाने पर फोकस होगा, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना शहर विकसित हों।
ग्रीन एनर्जी -माइनिंग पर भी फोकस समिट में यह भी प्रयास होगा कि रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में चल रहे प्रयास और तेज हों। सोलर, विंड और हाइड्रोजन जैसे नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश आए ऐसे प्रयास होंगे। माइनिंग में ऐसी तकनीकों पर चर्चा होगी जिससे पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। साथ ही माइनिंग में निजी क्षेत्र की साझेदारी बढ़ाने के प्रयास होंगे। टेक्सटाइल -अपैरल इंडस्ट्री में भी निवेश लाने पर फोकस होगा।