नासा के नए और शक्तिशाली जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने जुपिटर यानी बृहस्पति ग्रह की अब तक की सबसे साफ तस्वीरें जारी की हैं। इससे पहले भी टेलिस्कोप ने जुपिटर सहित अंतरिक्ष की कई रहस्यमयी चीजों की फोटोज कैप्चर की थीं, जिन्हें देख पूरी दुनिया हैरान रह गई थी।
फोटोज में जुपिटर के चांद, छल्ले भी
नई तस्वीरें इतनी स्पष्ट हैं कि इनमें जुपिटर के कुछ चांद, छल्ले, बड़ा लाल धब्बा (Great red spot) और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर ऑरोरा (Aurora) को देखा जा सकता है। ऑरोरा का मतलब ध्रुवीय ज्योति होता है। यह एक प्राकृतिक प्रकाश प्रदर्शन है, जो आसमान में झिलमिलाता है।
फोटोज के रंग क्या दर्शाते हैं?
1. पहली फोटो में ऑरोरा और ज्यादा ऊंचाई वाली धुंध को लाल रंग से दर्शाया गया है। वहीं, बादलों की गहरी परतों को पीले और हरे रंग में देखा जा सकता है। जुपिटर के सबसे गहरे हिस्से नीले रंग में हैं। ग्रह पर सफेद धब्बा असल में Great red spot है, जो सूर्य के प्रकाश की वजह से सफेद नजर आ रहा है।2. दूसरी फोटो में हम जुपिटर के साथ उसके चंद्रमा लो (Lo), अमालथिया (Amalthea) और अड्रासटिया (Adrastea) को देख सकते हैं। साथ ही जुपिटर रिंग को साफ देखा जा सकता है। अंतरिक्ष के कालेपन में छोटे-छोटे सफेद डॉट्स दूसरी आकाशगंगाएं हैं।
इमेज प्रोसेसिंग की मदद ली
जुपिटर की यह तस्वीरें 27 जुलाई को ली गई थीं, जिन्हें अब इमेज प्रोसेसिंग के जरिए सुंदर और रंगीन बनाकर रिलीज किया गया है। दरअसल, जेम्स वेब टेलिस्कोप अंतरिक्ष की चीजों को इन्फ्रारेड लाइट में देखता है, जो हमारे लिए अदृश्य होती है।
नासा के मुताबिक एक्सपर्ट्स ने तीन अलग-अलग इन्फ्रारेड फिल्टर्स की मदद से इन तस्वीरों में रंगों को मैप किया है। नीले रंग की इन्फ्रारेड वेवलेंथ सबसे कम होती है और ये सबसे गर्म इलाकों को दर्शाता है। इसके उलट, लाल रंग की इन्फ्रारेड वेवलेंथ सबसे ज्यादा होती है।
जेम्स वेब टेलिस्कोप की खासियत
जेम्स वेब टेलिस्कोप को नासा, यूरोपियन स्पेस एजेंसी और कैनेडियन स्पेस एजेंसी ने तैयार किया है। इस पर करीब 75 हजार करोड़ रुपए खर्च आया है। यह दुनिया का सबसे ताकतवर टेलिस्कोप है। इसकी क्षमता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह अंतरिक्ष से धरती पर उड़ रही चिड़िया को भी आसानी से डिटेक्ट कर सकता है।