झारखंड के दुमका में एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के युवक ने नाबालिग
अंकिता को जिंदा जलाकर मार डाला। इस घटना को लेकर पूरे राज्य में आक्रोश है
और हिंदू संगठन सड़कों पर उतरे हुए हैं। इस बीच ऑल इंडिया
मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी
प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई और दोषी
को सख्त सजा देने की मांग की है। ओवैसी ने अंकिता को जिंदा जलाए जाने की
घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए
एक विशेष अदालत का गठन किया जाए। ओवैसी ने कहा कि एक युवक द्वारा लड़की को
जिंदा जलाए जाने की घटना 'हैवानियत' है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने मीडिया से कहा, ''मैं न केवल इस घटना की निंदा करता
हूं, बल्कि झारखंड सरकार से इस मामले से सख्ती से निपटने की मांग भी करता
हूं। यदि संभव हो तो इस मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया
जाए। आरोपी को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलनी चाहिए।''
गौरतलब है कि 23 अगस्त को झारखंड के दुमका में एकतरफा प्रेम के मामले में
आरोपी शाहरुख ने अंकिता के कमरे में खिड़की से पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी।
इस घटना के समय युवती अपने कमरे में सो रही थी। बुरी तरह झुलस गई युवती को
बेहतर इलाज के लिए रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में
भर्ती कराया गया जहां रविवार तड़के उसकी मौत हो गई। आरोपी शाहरुख को
गिरफ्तार कर लिया गया है।